Nisha Dahiya: कोच वीरेंद्र दहिया ने कोरियाई खिलाड़ी को ठहराया निशा दहिया की चोट का जिम्मेदार, लगाया बड़ा आरोप

भारत की स्टार पहलवान निशा दहिया महिलाओं की 68 किग्रा स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में चोटिल हो गईं। सोमवार को उनका सामना उत्तर कोरिया की पाक सोल गम से हुआ। इस मैच के दौरान निशा के दाएं हाथ में गंभीर चोट आई जिसकी वजह से उन्हें मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। अब महिला पहलवान की चोट पर राष्ट्रीय टीम के कोच वीरेंद्र दहिया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उत्तर कोरिया की खिलाड़ी को इस चोट का जिम्मेदार ठहराया है।

चोटिल होने की वजह से हारीं निशा
निशा के लिए यह मुकाबला बेहद दर्दनाक साबित हुआ। उन्होंने तीन मिनट तक 8-1 की बढ़त बना ली थी। फिर उत्तर कोरियाई पहलवान ने निशा को मैट से बाहर कर एक अंक अर्जित किया और स्कोर 8-2 हो गया। जब मुकाबले को खत्म होने में 33 सेकंड बचे थे, तभी निशा चोटिल हुईं। मैच को रोका गया और उनके हाथ पर बैंड पहनाया गया। हालांकि, बैंड बांधना निशा के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ। उत्तर कोरिया की पहलवान ने इस मौके का फायदा उठाया और 11 सेकंड में चार अंक हासिल किए और स्कोर 8-8 से बराबर हो गया। जब मैच खत्म होने में 12 सेकंड बचे थे। तभी निशा को ज्यादा दर्द होने लगा और मैच फिर रोका गया। फीजियो ने निशा का इलाज किया, लेकिन निशा को देखकर लग रहा था कि उनके दाएं हाथ में काफी तेज दर्द था। वो उस वक्त रोने लगीं। हालांकि, कोच ने निशा से कहा कि अभी भी आप जीत सकती हैं। अगर स्कोर 8-8 की बराबरी पर रुका होता तो निशा सेमीफाइनल में पहुंच जातीं। हालांकि, आखिरी 12 सेकंड में उत्तर कोरियाई पहलवान ने दो अंक हासिल किए और मैच 10-8 से अपने नाम किया।
निशा के लिए यह मुकाबला बेहद दर्दनाक साबित हुआ। उन्होंने तीन मिनट तक 8-1 की बढ़त बना ली थी। फिर उत्तर कोरियाई पहलवान ने निशा को मैट से बाहर कर एक अंक अर्जित किया और स्कोर 8-2 हो गया। जब मुकाबले को खत्म होने में 33 सेकंड बचे थे, तभी निशा चोटिल हुईं। मैच को रोका गया और उनके हाथ पर बैंड पहनाया गया। हालांकि, बैंड बांधना निशा के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ। उत्तर कोरिया की पहलवान ने इस मौके का फायदा उठाया और 11 सेकंड में चार अंक हासिल किए और स्कोर 8-8 से बराबर हो गया। जब मैच खत्म होने में 12 सेकंड बचे थे। तभी निशा को ज्यादा दर्द होने लगा और मैच फिर रोका गया। फीजियो ने निशा का इलाज किया, लेकिन निशा को देखकर लग रहा था कि उनके दाएं हाथ में काफी तेज दर्द था। वो उस वक्त रोने लगीं। हालांकि, कोच ने निशा से कहा कि अभी भी आप जीत सकती हैं। अगर स्कोर 8-8 की बराबरी पर रुका होता तो निशा सेमीफाइनल में पहुंच जातीं। हालांकि, आखिरी 12 सेकंड में उत्तर कोरियाई पहलवान ने दो अंक हासिल किए और मैच 10-8 से अपने नाम किया।