BIHAR NEWS: 3 सितंबर से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में ओपीडी शुरू; किडनी की बीमारी के इलाज के साथ-साथ प्लास्टिक सर्जरी की भी सुविधा,
बिहार के भागलपुर जिले में स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में अब मरीजों की शक्ल-ओ-सूरत का भी ख्याल रखा जाएगा। किडनी की बीमारी के इलाज के साथ-साथ प्लास्टिक सर्जरी की भी सुविधा मिलेगी। फिलहाल प्लास्टिक सर्जरी की ओपीडी की शुरुआत होगी और धीरे-धीरे हर तरह की बीमारियों का इलाज होने लगेगा। 3 सितंबर से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।
तीन सितंबर से शुरू हो रहा सुपर स्पेशियलिटी दिल, किडनी, तंत्रिका तंत्र से जुड़ी गंभीर बीमारियों का इलाज तो करेगा ही, आपकी शक्ल-ओ-सूरत का भी ख्याल रखेगा। बड़े शहरों की तरह यहां प्लास्टिक सर्जरी की भी सुविधा मिलेगी। इसके लिए यहां चार प्लास्टिक सर्जन तैनात रहेंगे। हालांकि, अभी यहां सिर्फ ओपीडी की सुविधा मिलेगी, मगर थोड़े दिनों बाद प्लास्टिक सर्जरी समेत हर तरह के रोगों का इलाज किया जाएगा। इससे भागलपुर और आसपास के 13 जिलों के रोगियों को सहूलियत होगी। जरूरतमंद न्यूनतम खर्च में बड़े से बड़े रोग का इलाज करा सकेंगे। उन्हें बाहर जाने और अत्यधिक पैसा खर्च करने की चिंता से छुटकारा मिल जाएगी।
किन्हें प्लास्टिक सर्जरी की पड़ती है दरकार
ऐसे लोग जिनका जन्मजात या दुर्घटना के कारण चेहरा विकृत हो चुका है, उन्हें प्लास्टिक सर्जरी कर बहुत हद तक ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा, इस सर्जरी से स्तन का पुन: निर्माण, खुले फ्रैक्चर, बड़े घाव, फटे होंठ और कटे तालू को भी ठीक किया जा सकता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अस्पताल की तैयारियों का लिया जायजा
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को परिसदन में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के बारे में अस्पताल के अधीक्षक डा. राकेश कुमार से जानकारी ली। अधीक्षक ने बताया कि ओपीडी सेवा आरंभ करने के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। चिकित्सक एवं नर्स को बहाल कर दिया गया है।
चार विशेषज्ञ चिकित्सकों के हाथ में होगी कमान
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी के लिए चार विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए गए हैं। तीन सितंबर से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल आरंभ होने जा रहा है। यहां ओपीडी सेवा सबसे पहले शुरू होगी। धीरे-धीरे अन्य सेवाओं को भी शुरू कर दिया जाएगा।
अभी भागलपुर में प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा नहीं
भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों के अस्पतालों में अभी प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा नहीं है। लोगों के पास बाहर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। जेएलएनएमसीएच के हड्डी, सर्जरी एवं बर्न विभाग में रोजाना ऐसे मरीज आते हैं जिनका चेहरा किसी वजह से विकृत हो चुका है और प्लास्टिक सर्जरी की दरकार है।