बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में एक हजार से ज्यादा की मौत, पुलिसकर्मियों समेत कई घायल

जुलाई और अगस्त में बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ हुए व्यापक आंदोलन के दौरान एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों में से 400 से अधिक लोग पुलिस फायरिंग के कारण दृष्टिहीन हो गए हैं। अंतरिम सरकार की स्वास्थ्य मंत्री नूरजहां बेगम ने अस्पतालों का दौरा करने के बाद यह जानकारी दी। इस हिंसा में दर्जनों पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ का इलाज अभी भी अस्पताल में चल रहा है।
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में आंदोलन के दौरान 650 लोगों की मौत की रिपोर्ट दी थी। वहीं, संसद की पूर्व स्पीकर शिरीन शर्मिन चौधरी और पूर्व वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी को एक हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके परिवार को मिली विशेष सुरक्षा को भी अंतरिम सरकार ने खत्म कर दिया है।
भारत के मेघालय राज्य में बांग्लादेशी छात्र नेता इशाक अली खान पन्ना का शव पाया गया है। उनके शव की पहचान पासपोर्ट के आधार पर की गई। पन्ना का शव 26 अगस्त को मिला था, जब वह अंतरिम सरकार की कार्रवाई से बचने के लिए बांग्लादेश से भागे थे।