बेगूसराय: आपसी विवाद में चाची-भतीजी ने दी जान, पुलिस जांच के दौरान पति की भी मौत
बेगूसराय में तीन मौतों से गांव में मातम
बेगूसराय जिले के मजोस डीह गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से इलाके में मातम पसरा हुआ है। पहले आपसी विवाद के कारण चाची-भतीजी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी गई और परिजनों ने गुपचुप तरीके से दाह संस्कार कर दिया।
जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली और जांच शुरू हुई, तो पूछताछ के दौरान महिला के पति की भी तबीयत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत पुलिसिया प्रताड़ना के कारण हुई है।
आपसी विवाद के बाद चाची-भतीजी ने दी जान
घटना 29 मार्च की शाम की है, जब बालमुकुंद सिंह की पत्नी 35 वर्षीय शीलू देवी और उनकी 21 वर्षीय भतीजी काजल कुमारी के बीच मामूली कहासुनी हो गई। बहस के कुछ देर बाद, दोनों ने अपने-अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली।
परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी और रिश्तेदारों के साथ मिलकर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया।
पुलिस जांच के दौरान पति की भी मौत
30 मार्च की शाम को पुलिस को मामले की जानकारी मिली, जिसके बाद तेघरा डीएसपी के नेतृत्व में टीम जांच के लिए गांव पहुंची। पुलिस ने घर की तलाशी ली और घटनास्थल से एक मोबाइल और फांसी लगाने वाले कपड़े जब्त किए।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस पूछताछ के दौरान बालमुकुंद सिंह को जबरदस्ती थाने ले गई। वहां उनकी तबीयत बिगड़ गई और परिजनों को अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया। इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया टॉर्चर का आरोप
बालमुकुंद सिंह के परिजनों का कहना है कि वह पूरी तरह स्वस्थ थे, लेकिन पुलिस की कड़ी पूछताछ और प्रताड़ना के कारण उनकी जान चली गई।
इस मामले पर बेगूसराय एसपी मनीष ने सफाई दी कि पुलिस को सूचना मिली थी कि शीलू देवी और काजल कुमारी की हत्या की गई थी। जब पुलिस ने जांच की, तो आत्महत्या की पुष्टि हुई। एसपी ने बताया कि बालमुकुंद की तबीयत बिगड़ने पर पुलिस ने उन्हें इलाज कराने की सलाह दी थी।
फिलहाल, पूरे मामले की जांच के लिए तेघरा डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया है।