अलीगढ़ में जूस विक्रेता को 7.79 करोड़ का इनकम टैक्स नोटिस, फर्जी कंपनी घोटाले का खुलासा
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक जूस विक्रेता को आयकर विभाग से ₹7.79 करोड़ का नोटिस मिलने से हड़कंप मच गया। जब यह मामला सामने आया, तो जांच में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जिसमें जूस विक्रेता के नाम पर एक फर्जी कंपनी रजिस्टर्ड कर टैक्स चोरी की जा रही थी।
क्या है पूरा मामला?
यह चौंकाने वाला मामला अलीगढ़ के सहसराम बाजार का है, जहां राजेश गुप्ता नामक व्यक्ति अपनी जूस की दुकान चलाते हैं। हाल ही में उन्हें आयकर विभाग से ₹7.79 करोड़ का नोटिस मिला, जिसे देखकर वह हैरान रह गए।
राजेश के अनुसार, उन्हें इस तरह के किसी भी बड़े लेन-देन की जानकारी नहीं थी। जब उन्होंने इस नोटिस की जांच करवाई, तो पता चला कि उनके नाम पर एक फर्जी फर्म रजिस्टर की गई थी।
फर्जी कंपनी के नाम पर हुआ घोटाला
जांच में पता चला कि किसी ने उनके नाम और आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल कर फर्जी कंपनी रजिस्टर्ड करा ली और उसके माध्यम से करोड़ों रुपये का व्यापार दिखाकर टैक्स चोरी की। इस घोटाले की भनक लगते ही आयकर विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित ने की न्याय की मांग
राजेश गुप्ता ने प्रशासन और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि—
“मैं एक साधारण जूस विक्रेता हूं। मुझे इस फर्जीवाड़े की कोई जानकारी नहीं थी। यह किसी बड़े गिरोह का काम हो सकता है, जो मेरे नाम का गलत इस्तेमाल कर रहा है।”
जांच में जुटी एजेंसियां
इस मामले के सामने आते ही आयकर विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है। फर्जीवाड़े में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है, और जल्द ही कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
समाज में बढ़ते साइबर और दस्तावेजी अपराध
यह मामला देश में तेजी से बढ़ रहे साइबर और दस्तावेजी धोखाधड़ी (Document Fraud) की ओर इशारा करता है। ऐसे घोटालों में सरकारी दस्तावेजों का दुरुपयोग कर निर्दोष लोगों को फंसाया जाता है।
सरकार और प्रशासन को अलर्ट रहने की जरूरत
इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सरकार को डिजिटल सुरक्षा और पहचान सत्यापन प्रणाली को और मजबूत करने की जरूरत है। आम नागरिकों को भी अपने दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए।