लोकसभा में पप्पू यादव का व्यवहार, स्पीकर ओम बिरला ने जताई नाराजगी
लोकसभा में बुधवार को उस समय अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न हो गई जब पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू के कंधे पर हाथ रखकर उनसे बातचीत शुरू कर दी। इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने तुरंत आपत्ति जताई और उन्हें अनुशासन में रहने की चेतावनी दी।
कैसे बढ़ा विवाद?
जानकारी के अनुसार, पप्पू यादव पूर्णिया एयरपोर्ट से जुड़ी मांगों पर चर्चा कर रहे थे। बातचीत के दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री के कंधे पर हाथ रख दिया। यह दृश्य लोकसभा में मौजूद अन्य सांसदों ने भी देखा, जिससे सदन का माहौल असहज हो गया।
स्पीकर ओम बिरला ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सांसदों को मर्यादा और अनुशासन का पालन करना चाहिए। उन्होंने पप्पू यादव को स्पष्ट शब्दों में आगाह किया कि लोकसभा की गरिमा बनाए रखना सभी सांसदों की जिम्मेदारी है।
राहुल गांधी को भी मिली थी नसीहत
इससे पहले, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को भी स्पीकर ओम बिरला ने अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी थी। सदन में लगातार बढ़ रही अव्यवस्था और नियमों के उल्लंघन को लेकर स्पीकर पहले भी सांसदों को कई बार चेतावनी दे चुके हैं।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में इस पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोगों का मानना है कि पप्पू यादव का यह व्यवहार सदन की गरिमा के खिलाफ था, वहीं उनके समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ एक अनौपचारिक वार्ता का हिस्सा था।
लोकसभा में सांसदों के अनुशासन और मर्यादा का पालन अनिवार्य होता है। यह मामला दिखाता है कि सदन में सांसदों के हर व्यवहार पर पैनी नजर रखी जाती है। स्पीकर ओम बिरला की सख्ती से स्पष्ट संकेत मिलता है कि लोकसभा की गरिमा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।