संभल में जामा मस्जिद समिति अध्यक्ष की गिरफ्तारी से वकीलों का विरोध, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद समिति के अध्यक्ष ज़फ़र अली की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय वकीलों और समुदाय में आक्रोश फैल गया है। इस विरोध के चलते पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च किया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
गिरफ्तारी का कारण और पृष्ठभूमि
ज़फ़र अली को 23 मार्च को पुलिस ने नवंबर 2024 में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया। पुलिस का आरोप है कि उन्होंने हिंसा को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी।
वकीलों और समुदाय की प्रतिक्रिया
ज़फ़र अली की गिरफ्तारी के विरोध में, स्थानीय वकीलों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई राजनीतिक प्रेरित है और ज़फ़र अली को निशाना बनाया जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा उपाय
विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर, पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च किया और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाए गए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
न्यायिक आयोग और आगे की कार्रवाई
उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंसा की जांच के लिए एक तीन-सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो यह पता लगाएगा कि यह घटना स्वतःस्फूर्त थी या पूर्व नियोजित साजिश का परिणाम। ज़फ़र अली के परिवार का आरोप है कि उनकी गिरफ्तारी का उद्देश्य उन्हें इस आयोग के समक्ष गवाही देने से रोकना है।