बिहार शराबबंदी: मुजफ्फरपुर में सख्ती से लागू कानून, 8 साल में 14 हजार से ज्यादा पियक्कड़ और तस्कर गिरफ्तार

Bihar Liquor Ban: मद्य निषेध व उत्पाद विभाग की टीम ने राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद आठ वर्षों में धंधेबाज समेत 14 हजार 655 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसमें शराब धंधेबाजों की तुलना में पीने वालों की संख्या अधिक है। विभाग की ओर से इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि एक अप्रैल 2016 से 30 जून 2024 तक उत्पाद टीम द्वारा जिले में कुल 6327 छापेमारी की गई। इस दौरान 1170 मामले दर्ज किए गए। इसमें 14655 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।
छापेमारी के दौरान 461 वाहनों को जब्त किया गया है। साथ ही धंधेबाजों के ठिकाने से 74 हजार लीटर देसी और 3.69 लाख लीटर विदेशी शराब जब्त की गई है। उत्पाद इंस्पेक्टर शिवेंद्र कुमार ने बताया कि शराब धंधेबाजों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
धंधेबाजों के सिंडिकेट को ध्वस्त करने के लिए उत्पाद टीम को कई तरह के संसाधनों से लैस तो कराया गया है, लेकिन धंधेबाज रोज नए-नए तरीके प्रयोग कर शराब की खेप मंगवा रहे है।सीमावर्ती इलाके में हैंड हैंडलर डिवाइस और स्कैनर को चकमा देकर शराब की बड़ी खेप धंधेबाजों के ठिकाने तक पहुंच जा रही है।
इस पर उत्पाद विभाग की टीम डाग स्क्वाड के सहारे लगातार शराब की बड़ी खेप पकड़ रही है। बता दें कि उत्पाद विभाग को ड्रोन, हैंड हैंडलर डिवाइस व डाग स्क्वॉड टीम दी गई है, लेकिन धंधेबाज इस पैटर्न से बचने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं।