नोएडा से म्यांमार तक ठगी का जाल! नौकरी के नाम पर कैसे फंस रहे लोग?
नौकरी के नाम पर साइबर ठगी, सैकड़ों लोग हुए शिकार
नोएडा में एक बड़े जॉब स्कैम का खुलासा हुआ है, जिसमें लोगों को विदेश में नौकरी का झांसा देकर ठगों ने म्यांमार के म्यावाडी में बंधक बना लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि इस रैकेट के तहत पहले पीड़ितों को बैंकॉक भेजा जाता था और फिर म्यांमार में जबरन साइबर ठगी करवाई जाती थी। इस मामले में अब स्थानीय एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है।
64 लोगों से पूछताछ, 10 से अधिक जालसाजों की पहचान
एसटीएफ ने 64 पीड़ितों से पूछताछ के बाद 10 से अधिक लोगों की पहचान की है, जो इस नेटवर्क के जरिए भोले-भाले युवाओं को फंसा रहे थे। पुलिस को संदेह है कि इस रैकेट में कई और बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, जिनकी जांच जारी है।
ऑनलाइन विज्ञापनों के जरिए बनाया जाता था शिकार
ठग जॉब पोर्टल्स पर आकर्षक नौकरी के विज्ञापन डालते थे, जहां से बेरोजगार युवा आसानी से इनके जाल में फंस जाते थे। इसके बाद इन्हें बिना किसी शुल्क के फ्री ट्रैवल और आकर्षक सैलरी का लालच देकर विदेश भेजा जाता था। लेकिन हकीकत में इनसे ठगी कराने का काम करवाया जाता था।
विदेश मंत्रालय की चेतावनी
इस मामले में विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि किसी भी विदेशी नौकरी के ऑफर को स्वीकार करने से पहले उसे पूरी तरह से वेरिफाई करें। कई लोग ठगों के जाल में फंसकर न सिर्फ आर्थिक बल्कि मानसिक रूप से भी बड़ी परेशानी में आ सकते हैं।
लक्ज़री ऑफिस और फ्री टिकट के नाम पर धोखाधड़ी
जांच में सामने आया कि दिल्ली-एनसीआर और पूर्वांचल में कई एजेंट सक्रिय थे, जो बिना कोई एडवांस फीस लिए लोगों को विदेश भेजने की पेशकश कर रहे थे। ठगों के ऑफिस लक्ज़री लोकेशन पर शानदार इंटीरियर के साथ सेट किए गए थे, जिससे किसी को भी शक न हो। इस तरह वे विश्वसनीयता का भ्रम पैदा कर लोगों को आसानी से फंसा लेते थे।