मधुबनी में फर्जी आईएएस अधिकारी गिरफ्तार, ठगी और जालसाजी का खुलासा
बिहार के मधुबनी जिले में एक युवक को खुद को आईएएस अधिकारी बताकर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पास से फर्जी आईडी कार्ड, सरकारी सर्विस बुक, लैपटॉप, नकली सरकारी मुहरें और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
मामला कैसे खुला?
गिरफ्तार आरोपी की पहचान कुमार देवांशु के रूप में हुई है, जो बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के बेतौना गांव का निवासी है। वह मधुबनी की प्रोफेसर कॉलोनी में किराए पर रह रहा था। मकान मालिक से किराए को लेकर हुए विवाद के दौरान उसने खुद को बिहार सचिवालय में असिस्टेंट डायरेक्टर (आईएएस अधिकारी) बताया और धमकाने लगा। मकान मालिक को उस पर शक हुआ और उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और जब देवांशु के कमरे की तलाशी ली गई तो वहां से फर्जी आईएएस आईडी कार्ड, सरकारी सर्विस बुक, विभिन्न सरकारी विभागों की नकली मुहरें, लैपटॉप और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने देवांशु को गिरफ्तार कर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रमोद कुमार महथा की अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को ठगा है और उसके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं।
सतर्कता की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर से दिखाया है कि कैसे फर्जी अधिकारी बनकर ठगी करने वाले अपराधी सक्रिय हैं। नागरिकों को ऐसे मामलों में सतर्क रहने की आवश्यकता है और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान और दस्तावेजों की जांच जरूर करनी चाहिए।