NCR: 36 घंटे बाद भी नोएडा में धधक रही लापरवाही, दमघोंटू हवा से दूसरे दिन भी सांसों पर संकट

सेक्टर-32 स्थित डंपिंग ग्राउंड में लगी आग 30 घंटे बाद भी बृहस्पतिवार को सुलगती रही। धुएं के गुबार से आसपास की हवा दमघोंटू हो गई है। अग्निशमन विभाग की 15 गाड़ियों की मदद से 75 कर्मचारी आग बुझाने में लगे हैं। हालांकि आग का फैलाव कुछ कम हुआ है। अग्निशमन कर्मी डंपिंग ग्राउंड में गड्ढे खोदकर आग के फैलाव को कम कर रहे हैं। आग को पूरी तरह से बुझाने में अभी दो दिन तक का वक्त लग सकता है।
सेक्टर-32 स्थित खाली मैदान में प्राधिकरण के उद्यान विभाग की तरफ से उद्यानिकी कचरा जमा किया जाता है। यहां गड्ढे बनाकर पत्तों को डंप किया जाता है। बुधवार दोपहर करीब दो बजे कचरे में आग लग गई थी। तेज हवा के कारण आग तेजी से फैल गई और पूरे ग्राउंड तक लपटें चली गईं। इसके बाद से धुएं का गुबार लगातार निकल रहा है। अभी सबसे अधिक परेशानी सेक्टर-35 व 33 के सामने है। एडोबी से सिटी सेंटर की तरफ जाने वाले रास्ते और आसपास के सेक्टरों में धुआं भरा है।
आग को मिल रही हवा : तेज हवा के बीच आग बुझाने में अग्निशमन कर्मियों को भी परेशानी हो रही है। एक तरफ आग बुझाते ही दूसरी तरफ से धुआं निकलने लग रहा है। प्राधिकरण की तरफ से भी पानी के टैंकर मंगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही स्थानीय पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद है। बृहस्पतिवार को भी मुख्य अग्निशमन अधिकारी व पुलिस अधिकारियों ने मौके पर जाकर जायजा लिया।
25 से 30 चक्कर लगा रहीं दमकल गाड़ियां
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि आग बुझाने के लिए 15 दमकल गाड़ियों को लगाया गया है। दिनभर में हर दमकल गाड़ी 25 से 30 चक्कर लगा रही है। विभाग के 75 से अधिक कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे हैं। ग्राउंड में कूड़ा कचरा व पत्तियां होने के कारण लगातार धुआं निकल रहा है। इस मामले में प्राधिकरण की तरफ से तहरीर दी थी। उसके आधार पर कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आग लगाने के आरोपी प्लंबर रंजन प्रधान को गिरफ्तार किया था। उसे बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बच्चे खेलने और बुजुर्ग टहलने नहीं गए
सेक्टर-32ए में नोएडा प्राधिकरण के उद्यान विभाग के डंपिंग ग्राउंड में लगी आग पर दूसरे दिन भी काबू नहीं पाया जा सका। बृहस्पतिवार को घना धुआं उठता रहा। ऐसे में आसपास के सेक्टरवासियों को परेशानी हुई। लोगों ने बताया कि सबसे अधिक परेशानी सेक्टर-34 और 35 में हुई है। सेक्टर-51 के घरों में भी धुआं भरा रहा। कई लोगों की आंखों में जलन, खांसी और सांस लेने में इतनी तकलीफ हुई कि उन्हें अस्पताल जाना पड़ा। बच्चों ने सुबह-शाम पार्क में खेलना और बुजुर्गों ने टहलना बंद कर दिया है।