दिल्ली के पेट्रोल पंपों पर एआई कैमरों से पुराने वाहनों की होगी पहचान
दिल्ली में एक अप्रैल से 10 और 15 साल पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों को ईंधन नहीं देने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इसके लिए शहर के पेट्रोल पंपों पर अत्याधुनिक एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो पुराने वाहनों की पहचान करेंगे। यदि वाहन की उम्र तय सीमा से अधिक होगी, तो लाउडस्पीकर के माध्यम से स्वचालित घोषणा होगी और वाहन मालिक को पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा।
नई तकनीक से प्रदूषण नियंत्रण की पहल
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया के अनुसार, 80% पेट्रोल पंपों पर यह उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं, और जल्द ही सभी पंपों पर यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। ये एआई कैमरे परिवहन विभाग के वाहन पोर्टल से जुड़े होंगे, जिससे वाहन की उम्र, प्रदूषण प्रमाण पत्र और बीमा स्थिति की जानकारी मिलेगी।
कैसे काम करेगी यह प्रणाली?
जब कोई वाहन ईंधन भराने पहुंचेगा, तो कैमरा उसकी नंबर प्लेट स्कैन करेगा और वाहन पोर्टल से डाटा मिलाकर यह पुष्टि करेगा कि वाहन की उम्र 10 या 15 साल से अधिक है या नहीं। यदि वाहन पुराना पाया जाता है, तो पेट्रोल पंप पर लगे स्पीकर से घोषणा होगी, और ईंधन नहीं दिया जाएगा।
पुराने वाहनों पर प्रतिबंध और आंकड़े
दिल्ली में 59 लाख से अधिक पुराने वाहनों का पंजीकरण पहले ही रद्द किया जा चुका है, हालांकि इनमें से कई वाहन अभी भी सड़कों पर चल रहे हैं। कुछ वाहन मालिकों ने अपने वाहनों को स्क्रैप करवा दिया है, जबकि कुछ ने अन्य राज्यों में पंजीकरण करा लिया है।
वर्तमान में, दिल्ली में कुल 84 लाख से अधिक सक्रिय पंजीकृत वाहन हैं, जिनमें पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और हाइब्रिड वाहन शामिल हैं। नई व्यवस्था का उद्देश्य शहर में प्रदूषण को नियंत्रित करना और स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देना है।