कैग रिपोर्ट पर दिल्ली में सियासी घमासान, भाजपा-आप आमने-सामने
कैग रिपोर्ट पर दिल्ली में सियासी घमासान, भाजपा और आप में तकरार
दिल्ली विधानसभा में पेश की गई कैग रिपोर्ट के बाद राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। भाजपा और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे पर हमलावर हो गई हैं। रिपोर्ट में स्वास्थ्य क्षेत्र और शराब नीति में अनियमितताओं का जिक्र किया गया है, जिससे दोनों दलों के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर उठे सवाल
भाजपा नेता आरपी सिंह ने रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राजधानी के मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी डिस्पेंसरियों में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। उन्होंने कहा, “थर्मामीटर, बीपी मशीन, शुगर जांच उपकरण जैसी आवश्यक चीजें तक उपलब्ध नहीं हैं। सरकार केवल बड़ी-बड़ी बातें करती रही, लेकिन ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस कार्य नहीं हुआ।”
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब जब उनकी पार्टी केंद्र और उपराज्यपाल पद पर काबिज है, तो उन्हें भ्रष्टाचार की जांच कर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “भाजपा के पास सीबीआई, एसीबी और सीआईडी जैसी जांच एजेंसियां हैं। यदि उन्हें भ्रष्टाचार दिख रहा है, तो वे इसे कोर्ट तक ले जाएं।”
आप ने भाजपा पर किया पलटवार
आम आदमी पार्टी की नेता प्रियंका कक्कड़ ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी को सिर्फ बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा ने दिल्ली में सरकार बनाने के बाद वादा किया था कि पहली कैबिनेट बैठक में महिलाओं को ₹2500 देने की योजना लागू होगी, लेकिन वे सिर्फ दोषारोपण की राजनीति कर रहे हैं।”
भ्रष्टाचार के आरोपों पर भाजपा का हमला
भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने आम आदमी पार्टी पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “आप सरकार ने 11 साल तक अराजकता चलाई, दिल्ली की जनता के टैक्स का पैसा अपने राष्ट्रीय प्रचार और विलासिता पर खर्च किया।”
कैग रिपोर्ट के बाद दिल्ली की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। अब देखना होगा कि इस रिपोर्ट के बाद दिल्ली सरकार पर क्या असर पड़ता है और क्या कोई कानूनी कार्रवाई की जाती है या नहीं।