दिल्ली में बच्ची से दुष्कर्म और हत्या मामले में दोषियों को सजा

नई दिल्ली: दिल्ली में छह साल पहले हुई एक दिल दहला देने वाली घटना में अदालत ने दोषियों को सजा सुना दी है। इस मामले में पिता-पुत्र की जोड़ी को दोषी पाया गया, जिन्होंने एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी निर्मम हत्या कर दी थी। अदालत ने इस जघन्य अपराध के लिए कड़ी सजा सुनाते हुए कहा कि ऐसे अपराध समाज के लिए खतरा हैं और इसके लिए कठोरतम दंड आवश्यक है।
क्या था पूरा मामला?
यह घटना वर्ष 2018 की है, जब दिल्ली के एक इलाके में आठ साल की बच्ची लापता हो गई थी। जांच के दौरान पुलिस को एक सूटकेस में उसका शव मिला। बच्ची के हाथ-पैर बंधे हुए थे, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म और हत्या की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया, जो बच्ची के पड़ोसी थे।
अदालत का फैसला
इस मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने पुख्ता सबूत पेश किए, जिसमें डीएनए रिपोर्ट, गवाहों के बयान और सीसीटीवी फुटेज शामिल थे। अदालत ने सभी सबूतों को ध्यान में रखते हुए दोनों आरोपियों को दोषी करार दिया और कड़ी सजा सुनाई।
परिजनों और समाज में आक्रोश
इस निर्मम अपराध को लेकर बच्ची के परिवार और स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश था। लोगों ने दोषियों को फांसी देने की मांग की थी। अदालत के फैसले के बाद पीड़ित परिवार ने इसे न्याय की जीत बताया और उम्मीद जताई कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सरकार और पुलिस की अपील
दिल्ली पुलिस और सरकार ने लोगों से अपील की है कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। इस मामले ने फिर से बाल सुरक्षा और सख्त कानूनों की जरूरत पर जोर दिया है।