Shahdol News: समय से पहले जन्मी नवजात ने जीती जिंदगी की जंग, पढ़ें अनोखी कहानी

शहडोल जिले में एक समय पूर्व जन्मी (प्रिमेच्योर) नवजात बच्ची ने जिंदगी की जंग जीत ली है। यह मामला इंसानी जिजीविषा और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की ताकत का एक बेहतरीन उदाहरण है।
दरअसल, शहडोल जिला अस्पताल में एक महिला ने सात महीने में ही एक बच्ची को जन्म दिया था। जन्म के समय बच्ची का वजन मात्र 800 ग्राम था, जो सामान्य से बहुत कम था। डॉक्टरों के मुताबिक, इतनी कम वजन वाली नवजात के बचने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन डॉक्टरों और परिजनों की उम्मीद ने इस बच्ची को नई जिंदगी दी।
चिकित्सकों ने दिखाई संजीदगी
बच्ची की नाजुक स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे तुरंत एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) में भर्ती कर दिया। नवजात को विशेष देखभाल और पोषण दिया गया। अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों की टीम ने उसे 24 घंटे निगरानी में रखा।
डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की स्थिति शुरुआत में गंभीर थी, लेकिन सही देखभाल और उपचार से धीरे-धीरे सुधार हुआ। करीब एक महीने के बाद जब उसका वजन 1.5 किलोग्राम तक पहुंचा और सभी जरूरी स्वास्थ्य पैरामीटर सामान्य हो गए, तब डॉक्टरों ने उसे डिस्चार्ज कर दिया।
परिजनों की खुशियां लौटीं
बच्ची के माता-पिता, जो शुरुआत में काफी घबराए हुए थे, अब बेहद खुश हैं। उन्होंने जिला अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
यह कहानी न केवल चिकित्सा जगत की उपलब्धि को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि यदि सही समय पर उचित इलाज मिले तो कोई भी मुश्किल जंग जीती जा सकती है।