दिल्ली को मिलेगा नया मुख्यमंत्री: BJP ने 9 नाम किए शॉर्टलिस्ट, जल्द होगा ऐलान
दिल्ली को अगले हफ्ते नया मुख्यमंत्री मिलने की उम्मीद, BJP ने तैयार किया खाका
भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली में सरकार बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है। विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के लिए 9 नाम शॉर्टलिस्ट कर लिए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद अमित शाह, जेपी नड्डा और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री की रेस में कौन-कौन?
1.प्रवेश वर्मा – नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराने के बाद मजबूत दावेदार
2. सतीश उपाध्याय – पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, संगठन में मजबूत पकड़
3. आशीष सूद – पंजाबी समुदाय का चेहरा
4. जितेंद्र महाजन – अनुभवी बीजेपी नेता
5.विजेंद्र गुप्ता – पूर्व विधानसभा नेता विपक्ष
शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू
17 या 18 फरवरी को विधायक दल की बैठक
प्रधानमंत्री मोदी की स्वीकृति के बाद CM के नाम पर मुहर
बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतीं, 27 साल बाद सत्ता में वापसी
दिल्ली को जल्द ही नया मुख्यमंत्री मिलने की उम्मीद है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। मुख्यमंत्री पद के लिए नौ विधायकों के नाम शॉर्टलिस्ट किए गए हैं और अब अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद लिया जाएगा। यह बैठक मोदी के फ्रांस और अमेरिका दौरे से लौटने के बाद होगी, जिसके बाद दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा फैसला सामने आएगा।
दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाली बीजेपी ने इस बार आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका देते हुए 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही पार्टी अब इस बात पर मंथन कर रही है कि राजधानी की कमान किसके हाथों में सौंपी जाए। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रवेश वर्मा सबसे आगे हैं, जिन्होंने नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को हराया था। इसके अलावा, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद, जितेंद्र महाजन और विजेंद्र गुप्ता जैसे नाम भी चर्चा में हैं।
दिल्ली में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। पार्टी की विधायक दल की बैठक 17 या 18 फरवरी को हो सकती है, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगने की संभावना है। चुनावी जीत के बाद बीजेपी दिल्ली को “विकसित राजधानी” बनाने के अपने वादों को पूरा करने की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ना चाहती है। इसके तहत महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता, एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी, युवाओं को रोजगार और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सहायता राशि जैसे कई बड़े वादों को पूरा करना पार्टी के एजेंडे में शामिल है।
अब जब प्रधानमंत्री मोदी विदेश दौरे से लौट चुके हैं, तो बीजेपी के भीतर हलचल बढ़ गई है। पार्टी शीर्ष नेतृत्व इस फैसले को लेकर गंभीर मंथन कर रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री का चुनाव आने वाले पांच सालों की राजनीति को प्रभावित करेगा। दिल्ली की जनता भी बेसब्री से इंतजार कर रही है कि उनके नए मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा और वह कितनी जल्दी चुनावी वादों को हकीकत में बदल पाएंगे।