Uttarkashi News: बड़ा हादसा टला! स्कूल बस की छत पर अटकी तार, 40 बच्चे सुरक्षित

चालक ने पैदल ही बच्चों को स्कूल पहुंचाया, सूचना के बाद भी समय पर नहीं पहुंचे अधिकारी
उत्तरकाशी। ऊर्जा निगम की लापरवाही के कारण स्कूली बस में सवार 40 बच्चे बाल-बाल बचे। जीएमवीएन गेस्ट हाउस के पास झूलता हुआ एक बिजली का तार अचानक बस से टकरा गया। गनीमत रही कि तार में करंट नहीं था, नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
चालक ने छात्र-छात्राओं को बस से उतारकर पैदल ही स्कूल भेजा।
बृहस्पतिवार को एक निजी विद्यालय की बस करीब 40 छात्र-छात्राओं को लेकर स्कूल जा रही थी। तिलोथ पुल के समीप जीएमवीएन गेस्ट हाउस के पास बस के पहुंचते ही खंभे से लटका बिजली का तार बस की छत पर अटक गया। तार अटकते ही बस में सवार बच्चे और आसपास मौजूद लोग घबरा गए।
गनीमत रही कि उस समय तार में करंट नहीं था, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। उसके बाद चालक और परिचालक ने बच्चों को बस से उतारकर पैदल ही स्कूल भेजा। वहां पर मौजूद लोगों की मदद से किसी प्रकार बस चालक ने उस तार को छत से हटाया। उसके बाद लोग सड़क से तार हटवाने के लिए निगम के अधिकारियों को फोन करते रहे, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।
उसके बाद आपदा कंट्रोल रूम में जानकारी देने के बाद करीब दो घंटे बाद ऊर्जा निगम के कर्मचारी पहुंचे और सड़क पर पड़ा तार हटवाया, लेकिन अगर इस दौरान तार में करंट दौड़ जाता तो वहां से आवाजाही कर रहे लोगों के लिए भी खतरा हो सकता था। ऊर्जा निगम और नगर पालिका की लापरवाही के कारण नगर क्षेत्र में कई स्थानों पर हाईटेंशन और स्ट्रीट लाइट के तार झूल रहे हैं, जो कि कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। शिकायत के बाद भी अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ऊर्जा निगम के ईई मनोज गुसाईं का कहना है कि नगर में सभी जगह बंच केबल बिछाई गई है। स्कूल बस की छत पर तार अटकने वाली घटना की जानकारी नहीं। हो सकता कि वह सर्विस केबल हो। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पालिका की ईओ शालिनी चित्राण ने कहा कि हमारी स्ट्रीट लाइट खंभों पर रहती है। झूलते तारों से संबंधित मामला पालिका से जुड़ा नहीं है।