Delhi Election Result: बाहरी और बागी उम्मीदवारों का चुनावी असर, कौन जीता और किसे हुआ नुकसान?

Delhi Election Result: बाहरी और बागी उम्मीदवारों का चुनावी असर, कौन जीता और किसे हुआ नुकसान?

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने लगे हैं। रुझानों में ही भाजपा ने एकतरफा बढ़त बनाते हुए आम आदमी पार्टी को दिल्ली की सत्ता से 12 साल बाद हटाने का रास्ता साफ कर दिया है। इस बीच चर्चा उन नेताओं की हो रही है, जो कि पहले किसी और पार्टी का हिस्सा थे, लेकिन बाद में उन्होंने दल बदल लिया और अलग राजनीतिक पार्टी से किस्मत आजमाई।

किस पार्टी ने कितने बाहरी/बागी चेहरों को दिया मौका?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगभग हर पार्टी ने बाहरी चेहरों को चुनाव में उतारा। सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी ने 11 बाहरी या दूसरी पार्टी के बागी उम्मीदवारों को टिकट दिए। इसके बाद अगला नंबर भाजपा का है, जिसके 8 उम्मीदवार दूसरी पार्टी से रहे। वहीं, कांग्रेस ने भी कई बाहरी और बागियों को मौका दिया है।
1. आम आदमी पार्टी 

विधानसभा सीटनामजानकारीनतीजा/रुझान
छतरपुरब्रह्म सिंह तंवर2020 और 2015 के विधानसभा चुनाव में तंवर छतरपुर से भाजपा उम्मीदवार थे। दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 31 अक्तूबर को ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं।पीछे
किराड़ीअनिल झापूर्व भाजपा विधायक हैं। 2020 में आप के ऋतुराज गोविंद ने हराया था। 17 नवंबर को ही आप का दामना थामा है।आगे
लक्ष्मीनगरबीबी त्यागी4 नवंबर को ही आप की सदस्यता ली है। त्यागी दो बार भाजपा के टिकट पर पार्षद रह चुके हैं।पीछे
सीलमपुरजुबैर चौधरीपांच बार के कांग्रेस विधायक मतीन अहमद के बेटे हैं। बीते 29 अक्तूबर को ही अपनी पार्षद पत्नी शगुफ्ता के साथ कांग्रेस में शामिल हुए हैं।आगे
सीमापुरीवीर सिंह धींगनतीन बार के विधायक रहे वीर सिंह धींगान ने बीते 15 नवंबर को ही कांग्रेस पार्टी छोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। 2020 में तीसरे स्थान पर रहे थे।आगे
मटियालासोमेश शौकीन18 नवंबर को ही कांग्रेस छोड़कर आप का दामन थामा है। 2008 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। 2013 2015 और 2020 में तीसरे नंबर पर रहे।पीछे
तिमारपुरसुरेंद्रपाल सिंह बिट्टू6 दिसंबर को ही भाजपा छोड़कर दूसरी बार आप में शामिल हुए हैं। 2003 और 2008 में तिमारपुर से कांग्रेस विधायक रहे हैं।पीछे
पटेल नगरप्रवेश रतनबीते 2 दिसंबर को ही भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में प्रवेश रतन पटेल नगर सीट से भाजपा उम्मीदवार थे।आगे
शहादराजितेंद्र सिंह शंटीशंटी 5 दिसंबर को ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। 2013 विधानसभा चुनाव में शाहदरा से भाजपा विधायक रहे शंटी एंबुलेंस मैन के नाम से विख्यात हैं।हारे
पटपड़गंजअवध ओझाशिक्षक से राजनेता बने अवध ओझा बीते 2 दिसंबर को ही पार्टी में शामिल हुए हैं।हारे
आदर्श नगरमुकेश गोयलचार बार कांग्रेस के पार्षद रहे गोयल नवंबर 2021 में आप में आए। अभी वॉर्ड नंबर 15-आदर्श नगर (उत्तर) से आप के पार्षद हैं।पीछे
मुंडकाजसबीर करालादिसंबर 2021 में कांग्रेस छोड़ ‘आप’ में शामिल हुए। पत्नी मनीषा कराला  वार्ड 29-कराला (उत्तर दिल्ली) से आप की पार्षद हैं।पीछे
2. भाजपा

विधानसभा सीटप्रत्याशीजानकारीनतीजा/रुझान
बिजवासनकैलाश गहलोतदिल्ली से दो बार के विधायक कैलाश गहलोत।  18 नवंबर 2024 को आप छोड़कर भाजपा में आए। केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे।आगे
पटेल नगरराजकुमार आनंदमई 2024 में आप छोड़कर बसपा में शामिल हुए। 10 जुलाई 2024 को बसपा छोड़कर भाजपा का हिस्सा बने। केजरीवाल सरकार में मंत्री भी रह चुके।पीछे
छतरपुरकरतार सिंह तंवर2014 में भाजपा छोड़ आप का हिस्सा बने। 2015 और 2020 में आप के टिकट पर जीते। 10 जुलाई 2024 को भाजपा में लौटे।जीते
जंगपुरातरविंदर सिंह मारवाह1998, 2003 और 2008 में कांग्रेस से विधायक रहे। जुलाई 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में मनीष सिसोदिया को हराया।जीते
बदरपुरएनडी शर्मा2015 में आप के टिकट पर विधायक बने। 2020 में बसपा में शामिल हुए। 2025 में भाजपा का हिस्सा बने।पीछे
कोंडलीप्रियंका गौतम2022 में आप के टिकट पर पार्षद बनीं। बाद में भाजपा का हिस्सा बनीं। कोंडली विधानसभा सीट से मिला टिकट।हारीं
गांधी नगरअरविंदर सिंह लवली1998, 2003, 2008, 2013 में कांग्रेस से बने विधायक। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रहे। मई 2024 में थामा भाजपा का दामन।जीते
3. कांग्रेस

विधानसभा सीटउम्मीदवारजानकारीनतीजा/रुझान
मुंडकाधर्मपाल लाकड़ा2014 में कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए। 2020 में मुंडका से जीते। तब 292 करोड़ की संपत्ति के साथ सबसे अमीर विधायक रहे। आप ने टिकट नहीं दिया तो जनवरी 2025 में कांग्रेस का दामन थामा।हारे
तुगलकाबादवीरेंद्र बिधूड़ीभाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी के भाई। लोकसभा चुनाव में भाई के लिए भाजपा की तरफ से प्रचार किया। विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से कांग्रेस का हाथ थामा।हारे
मटिया महलअसीम अहमद खान2015-2020 तक आप के विधायक रहे। केजरीवाल सरकार में मंत्री भी रहे। दिसंबर 2024 में कांग्रेस में शामिल हुए।हारे
बिजवासनदेवेंद्र सहरावतकर्नल सहरावत 2014 में दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से AAP के उम्मीदवार थे। वे बिजवासन विधानसभा से 2015 में विधायक रहे। दिसंबर 2024 में कांग्रेस में शामिल हुए।हारे
सीलमपुरअब्दुल रहमान2020 में आप के टिकट पर चुनाव जीते। आप ने कांग्रेस से आए मतीन अहमद के बेटे जुबैर को टिकट दिया तो दिसंबर 2024 में कांग्रेस का दामन थामा।हारे

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