हिमाचल की रेलवे परियोजनाओं को केंद्रीय बजट में मिल सकती है अतिरिक्त राशि
हिमाचल प्रदेश की रेलवे परियोजनाओं को केंद्रीय बजट में अतिरिक्त बजट मिलने की संभावना है। बद्दी-चंडीगढ़, बिलासपुर-भानुपल्ली और शिमला-कालका रेल लाइनों के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान किया जा सकता है। प्रदेश सरकार ने भानुपल्ली-लेह रेललाइन को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग भी केंद्र सरकार के सामने रखी है। इस रेललाइन का सामरिक महत्व होने के कारण हिमाचल सरकार चाहती है कि इसके खर्च का वहन केंद्र सरकार करे।
हिमाचल प्रदेश ने सड़क, हवाई और रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए विशेष आर्थिक सहायता की मांग की है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष राज्य सरकार ने विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन की अपील की है। इसके अलावा, एनएच (नेशनल हाईवे) के विस्तार और रोपवे परियोजनाओं के लिए भी केंद्र से वित्तीय सहायता की मांग की गई है।
ग्रीन स्टेट पहल के तहत हिमाचल ने इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए भी बजट का अनुरोध किया है। केंद्रीय बजट में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण भानुपल्ली-लेह लाइन, चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन और नंगल डैम-तलवाड़ा रेललाइन के लिए वित्तीय सहायता मिलने की उम्मीद है। वहीं, कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक के स्टेशनों के उन्नयन के लिए भी बजट प्रावधान किया जा सकता है।
इसके अलावा, हिमाचल को हवाई कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए भी केंद्रीय बजट में वित्तीय सहायता की उम्मीद है। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोई एयरपोर्ट नहीं है, जबकि हर साल लाखों विदेशी पर्यटक यहां घूमने आते हैं। मौजूदा हवाई अड्डों के रनवे छोटे होने के कारण बड़े विमानों की लैंडिंग संभव नहीं हो पाती, जिससे हवाई किराया अधिक रहता है। बड़े विमानों के उतरने से किराए में कमी आएगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।