सीएम यादव ने जापान में टोयोटा के अधिकारियों से मिलकर एमपी में निवेश संभावनाओं पर चर्चा की

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 28 जनवरी को जापान की राजधानी टोक्यो में टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों से मुलाकात की और प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षक अवसरों का विस्तार से वर्णन किया। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने टोयोटा के अधिकारियों को बताया कि मध्य प्रदेश में व्यापार करना आसान है और राज्य में बेहतर सप्लाई चेन, उत्कृष्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और सस्ते औद्योगिक भूमि विकल्प उपलब्ध हैं।

 

मध्य प्रदेश की आकर्षक निवेश नीतियां:

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टोयोटा के अधिकारियों को बताया कि राज्य सरकार निवेश करने वाली कंपनियों को कई तरह की सुविधाएं और मदद प्रदान करती है। प्रदेश में औद्योगिक भूमि बैंक उपलब्ध है, जिसमें एक लाख एकड़ से अधिक भूमि है। राज्य ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में अग्रणी है, और यहाँ से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक्सपोर्ट करने की सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।

 

उन्होंने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश में ऑटोमोबाइल और ऑटो कॉम्पोनेंट मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में 2800 से ज्यादा उद्योग काम कर रहे हैं। प्रदेश में वॉल्वो-आयशर जैसी कंपनियाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंजन मुहैया कर रही हैं, और यहाँ के बिजनेस इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता विश्वस्तर पर है।

 

इंडस्ट्रियल क्षेत्र में विकास:

मुख्यमंत्री ने पीथमपुर, मंडीदीप, देवास, और ग्वालियर जैसे प्रमुख इंडस्ट्रियल क्षेत्रों का उल्लेख किया, जहाँ बड़ी कंपनियाँ काम कर रही हैं। पीथमपुर क्षेत्र दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के पास स्थित है, और यहाँ फोर्स मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वोल्वो आयशर जैसी कंपनियाँ कार्यरत हैं।

 

मुख्यमंत्री की पॉलिसी और भविष्य की संभावनाएँ:

मध्य प्रदेश सरकार की नीतियाँ पूंजी निवेश, रोजगार सृजन और एक्सपोर्ट को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित हैं। राज्य सरकार कंपनियों को प्लांट और मशीनरी के लिए 40 प्रतिशत तक मदद देती है, और युवाओं को रोजगार देने के लिए इंसेंटिव भी प्रदान करती है।

 

टोयोटा प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक:

इस बैठक में टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन के जनरल मैनेजर टाकायुकी कानो, डिपार्टमेंट जनरल मैनेजर तोशीयुकी नखारा, और प्रोजेक्ट जनरल मैनेजर मासाहीरो नोगी शामिल थे।

 

निवेश के लिए तैयार मध्य प्रदेश:

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा राज्य है, और यहाँ निवेश के असीम अवसर हैं। 2022 से 2030 तक इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के बाजार में 49 प्रतिशत की वृद्धि संभावित है, और प्रदेश इस क्षेत्र का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

 

इस बैठक के बाद, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को उपहार दिए और निवेश के नए रास्तों पर चर्चा की।

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