स्वच्छता अभियान को मिला नया आयाम, दमोह में पहला स्वच्छता गीत ‘मत करो न यार’ का भव्य विमोचन

दमोह शहर के पहले स्वच्छता गीत ‘मत करो न यार’ का पोस्टर विमोचन भव्य रूप से मानस भवन में आयोजित ‘लोक उत्सव पर्व भारत पर्व’ कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस गीत का उद्देश्य शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना है कि वे कचरा न करें, पान-गुटखा खाकर इधर-उधर न थूकें और शहर को स्वच्छ बनाए रखें।
गीत का निर्माण और उद्देश्य
इस गीत को ओम शिव शक्ति फिल्म्स के निर्माता-निर्देशक और दमोह जिले के युवा बॉलीवुड सिनेमैटोग्राफर हरीश पटेल ने रिकॉर्ड करवाया है। हरीश ने बताया कि 2015 में स्वच्छता रैंकिंग में दमोह सबसे निचले पायदान पर था। सभी के प्रयासों से यह अब टॉप 100 में शामिल हो चुका है। इस गीत के माध्यम से स्वच्छता के महत्व को सरल और प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की गई है।
विशेष अतिथि और पोस्टर विमोचन
पोस्टर विमोचन समारोह में पशुपालन राज्यमंत्री लखन पटेल, पूर्व वित्तमंत्री और दमोह विधायक जयंत मलैया, कलेक्टर सुधीर कोचर, और एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने भाग लिया। इसके साथ ही ‘मत करो न यार’ के स्लोगन वाली टी-शर्ट, स्टिकर, और मोबाइल कवर का विमोचन भी किया गया।
स्वच्छता के लिए हरीश पटेल का योगदान
हरीश पटेल ने दमोह कलेक्टर द्वारा विगत 31 सप्ताह से चलाए जा रहे सफाई अभियान से प्रेरित होकर यह गीत बनाया है। उन्होंने बताया कि कलेक्टर स्वयं सुबह 7 से 9 बजे तक सफाई अभियान में हिस्सा लेते हैं। यह गीत स्वच्छता का संदेश देने के साथ-साथ लोगों को इसके प्रति जिम्मेदारी का एहसास भी कराएगा।
जागरूकता के अन्य प्रयास
गीत के अलावा, जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘मत करो न यार’ के स्लोगन को टी-शर्ट, स्टिकर, मोबाइल कवर, और दोपहिया वाहनों पर लगाया जाएगा। यह पहल शहरवासियों को हर समय स्वच्छता का संदेश देने के लिए की गई है।
आगे की योजना
पोस्टर विमोचन के बाद जल्द ही इस गीत की शूटिंग दमोह के विभिन्न इलाकों में शुरू होगी। इसके माध्यम से स्वच्छता का संदेश पूरे शहर में फैलाने का लक्ष्य रखा गया है।
‘मत करो न यार’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि स्वच्छता के प्रति एक नई सोच और जागरूकता लाने का प्रयास है। इससे न केवल दमोह का स्वच्छता स्तर सुधरेगा, बल्कि अन्य शहरों के लिए भी यह एक प्रेरणा बनेगा।