इंदौर: कालरा के समर्थन में सिंधी समाज का भाजपा कार्यालय में हस्तक्षेप

इंदौर की सिंधी कॉलोनी में पार्षद कमलेश कालरा और एमआईसी मेंबर जीतू यादव के बीच चल रहा विवाद अब गहराता जा रहा है। इस विवाद में दोनों पक्षों के समाजों ने अपनी-अपनी मांगें और समर्थन जाहिर किया है।
सिंधी समाज का विरोध
सिंधी समाज के पदाधिकारी मंगलवार को भाजपा कार्यालय पहुंचे और जीतू यादव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि जीतू यादव और उनके समर्थकों ने पार्षद कालरा के घर पर हमला किया और उनकी मां व बेटे को चोट पहुंचाई। सिंधी समाज ने चेतावनी दी कि अगर भाजपा ने इस मामले में कठोर कदम नहीं उठाए, तो वे पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे।
कालरा ने दी हमले की रिकार्डिंग
पार्षद कमलेश कालरा अपनी मां, पत्नी और बच्चे के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे और हमले की रिकार्डिंग पार्टी पदाधिकारियों को सौंपी। उन्होंने जीतू यादव को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया। इससे पहले उनके और निगमकर्मी यतींद्र यादव की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई थी, जिसमें कालरा ने जीतू यादव के खिलाफ बयान दिया था।
व्यापारियों का समर्थन
सिंधी कॉलोनी के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध जताया और पुलिस से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
यादव समाज का पक्ष
वहीं, यादव समाज के लोग भी इस विवाद में शामिल हो गए हैं। दो दिन पहले यादव समाज के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिले थे और जीतू यादव व निगमकर्मी यतींद्र यादव के समर्थन में बात की थी।
जीतू यादव का बयान
एमआईसी मेंबर जीतू यादव ने कहा कि पार्षद कालरा बेवजह उन पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक मालिनी गौड़ उनका समर्थन करती हैं और यदि वह किसी तरह की गलती करते हैं, तो उन्हें डांटने का हक भी विधायक को है।
भाजपा का रुख
भाजपा पदाधिकारियों ने बताया कि इस विवाद को लेकर दोनों पक्षों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। संगठन ने जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
यह विवाद न केवल व्यक्तिगत बल्कि राजनीतिक और सामाजिक रूप से भी तनाव पैदा कर रहा है। अब देखना यह होगा कि पार्टी और प्रशासन इसे कैसे सुलझाते हैं।