रिशिकेश: गणतंत्र दिवस परेड में मौसम विभाग की झांकी

गणतंत्र दिवस 2025 पर, पहली बार मौसम विभाग की झांकी दिखाई जाएगी, जिससे एयरपोर्ट पर काम करने वाले मौसम वैज्ञानिकों और कर्मचारियों में खुशी की लहर है। इस खास मौके पर मौसम विभाग अपनी 150 साल की यात्रा का जश्न मनाएगा। इसके लिए 15 जनवरी को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभाग की स्थापना, कामकाजी प्रक्रिया और तकनीकी विकास को दिखाया जाएगा। ये कार्यक्रम लोगों को विभाग की अहम भूमिका और इसके योगदान के बारे में जानकारी देगा।
मौसम विभाग की शुरुआत 1875 में हुई थी और तब से यह भारत में मौसम से जुड़ी जानकारी देने का प्रमुख स्रोत रहा है। देहरादून एयरपोर्ट पर इसका काम 1982 से शुरू हुआ था, और वहां से अब मौसम की जानकारी बेहद सटीक तरीके से दी जाती है। इसके अलावा, राज्य में सुरकंडा, लैंसडाउन और मुक्तेश्वर जैसे इलाकों में स्थित रडारों से मौसम की जानकारी मिलती है, जो विभाग की कार्यक्षमता को और मजबूत बनाते हैं। ये रडार मौसम के बारे में तुरंत और सटीक जानकारी देने में मदद करते हैं, जिससे एयरपोर्ट पर विमान संचालन और राज्यभर में मौसम की भविष्यवाणी में सुधार हुआ है।
गणतंत्र दिवस पर मौसम विभाग की झांकी शामिल होने का फैसला सभी कर्मचारियों के लिए गर्व की बात है। मौसम वैज्ञानिकों जैसे उदय कुमार, विनय, भगीरथ ढौंडियाल, शुभम यादव और देवेंद्र सिंह रावत ने इस निर्णय का स्वागत किया है। यह झांकी न सिर्फ विभाग के कामकाज को उजागर करेगी, बल्कि विभाग के 150 सालों की मेहनत और योगदान को भी सम्मानित करेगी।