Old Gurugram : ये दो मार्ग ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट की बड़ी बाधा दूर करेंगे
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के निर्माण में एक बाधा को दूर करने का काम शुरू हो गया है। सेक्टर: चार और नौ क्षेत्रों में तीन घर मेट्रो अलाइनमेंट के बीच में आ रहे हैं। इन मकान मालिकों को खरीदने के लिए हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRMC) और गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMR) के अधिकारियों से बातचीत हो रही है।
यदि बातचीत अधूरी रहती है, तो मकानों को अधिग्रहण करने का उपाय खोजा जाएगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कर्मचारी भी इस समस्या को हल करने में सहयोग कर रहे हैं।
सेक्टर-4 के दो मकान और सेक्टर-9 का एक मकान मेट्रो निर्माण के बीच में आ रहे हैं। इन मकानों को अधिग्रहण करने की पहले योजना बनाई गई थी। बातचीत के बाद अधिकारियों ने कहा कि अधिग्रहण करने में दो से तीन साल लगेंगे। इन मकान मालिकों से घर बेचने की बातचीत अब चल रही है। अगले सप्ताह मेट्रो संचालन के लिए एक सामान्य सलाहकार नियुक्त किया जाएगा। GML में जल्द ही 20 कर्मचारियों और अधिकारियों की नियुक्ति होगी।
सरकार से वैकल्पिक प्लॉट की मांग
इन मकान मालिकों ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। इनकी तरफ से मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा गया है। इसमें मकानों के बदले एचएसवीपी सामान क्षेत्र का प्लॉट देने का अनुरोध किया गया है, जिस पर अधिकारी चर्चा कर रहे हैं। अगले 10 से 15 दिनों के अंदर इन घरों की खरीद का निर्णय लिया जाएगा।
27 स्टेशनों का निर्माण किया जाना है
ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो में 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। 28.5 किलोमीटर लंबी मेट्रो का निर्माण 5452 करोड़ रुपये का होगा। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों मेट्रो निर्माण की समीक्षा करते हुए जीएमआरएल के प्रबंध निदेशक डॉ. चंद्रशेखर खरे को एक मई से मेट्रो रूट पर काम शुरू करने का आदेश दिया था।