रॉबर्ट वाड्रा पहुंचे शिमला, किए जाखू मंदिर के दर्शन, बोले- धर्म की राजनीति न हो
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के पति व व्यवसाय रॉबर्ट वाड्रा आज शिमला भ्रमण पर पहुंचे। उन्होंने जाखू मंदिर में माथा टेका। इस दौरान व्यवसाय रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि “मैं शिमला अक्सर जाता रहता हूं, क्योंकि यह हमारा घर है। मेरे लिए जाखू मंदिर में आकर प्रार्थना करना बहुत जरूरी था। मैंने प्रियंका और अपने बच्चों और पूरे परिवार के लिए प्रार्थना की। मेरी प्रार्थना पूरे देश के लिए थी कि लोगों में भाईचारा हो और देश में धर्म की राजनीति न हो। मैं मस्जिदों में होने वाले सर्वेक्षणों के खिलाफ हूं। हमें धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए। हमें अपने देश में सभी का सम्मान करना चाहिए। जब लोग विभाजित नहीं होंगे, तो हम आगे बढ़ेंगे।”
डीयू के अंतर्गत वीर सावरकर कॉलेज और दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के नाम पर एक कॉलेज का नाम रखने की कांग्रेस की मांग पर वाड्रा ने कहा कि “2004-2010 तक उनके कानों में यही बात थी कि हमने राजनीति में धर्म को नहीं देखा, हमने लोगों को एजेंसियों से डरते या उनका दुरुपयोग करते नहीं देखा। डॉ. मनमोहन सिंह उच्च शिक्षित थे और देश के लिए एक बहुत अच्छे प्रधानमंत्री थे। उन्हें आर्थिक सुधारों और परमाणु समझौते के लिए याद किया जाना चाहिए। उन्हें एक प्रधानमंत्री के योग्य मानक की मान्यता न देकर उनका स्मारक अन्य प्रधानमंत्रियों से बड़ा होना चाहिए। अगर वे डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर किसी विश्वविद्यालय का नाम रखने की योजना बनाते हैं, तो लोग इसका सम्मान करेंगे।”
उन्होंने आगे यह भी कहा “जब कोई पूछता है कि मैं राजनीति में कब शामिल होऊंगा, तो मेरी मांग यही थी कि प्रियंका न केवल रैलियां करने के लिए बल्कि संसद में भी हों। वह निश्चित रूप से सभी महत्वपूर्ण मुद्दे उठाएंगी, जिनमें वे मुद्दे भी शामिल हैं, जिन पर भाजपा बात नहीं करना चाहती। मुझे उन पर गर्व है। वह संसद में बड़ा बदलाव लाएंगी।”