क्या सपा छोड़ देगी काँग्रेस का साथ: क्या टूटेगा इंडिया गठबंधन
लोकसभा इलेक्शन 2024 में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही इंडिया एलायंस के प्रथम तले साथ चुनाव लड़े भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और सपा की रहे अब अलग होती दिखाई दे रही हैं जो कि दिल्ली चुनाव में 77 लड़ने वाली थी लेकिन अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीते दिनों आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ मंच साझा किया उसके बाद से ही इतिहास लगाया जा रहे हैं कि कांग्रेस और सपा का गठबंधन टूट सकता है
यही सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चंद ने स्थिति स्पष्ट कर दी कि दिल्ली में साल 2025 की फरवरी में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के संदर्भ में चांद ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं तो आप भी लगेंगे कुछ बातें भी होगी सभा प्रवक्ता ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले स्पष्ट किया था कि दिल्ली में आप को समर्थन करेंगे.
सभा प्रवक्ता ने कहा कि सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले ही स्पष्ट किया था कि दिल्ली में आपके समर्थन करेंगे कुछ बातें इंडिया एलायंस के नेतृत्व को लेकर हो सकती हैं कुछ रुकावटें और मध्य मतभेद सामने आ सकते हैं लेकिन सपा चाहती है कि इंडिया गठबंधन मजबूत रहे राष्ट्रीय स्तर पर सपा भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए सबका साथ लेकर चलने में भरोसा रखती है
150 सीटों पर काँग्रेस प्रभारी
सपा की ओर से यूपी के कांग्रेस संघ रिश्ते तोड़ने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है हालांकि हरियाणा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मौत के बाद सपा के एक बार की ओर से यह आवाज उठ रही है कि साल 2027 में यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मांग के हिसाब से सिम ना दी जाए उधर कांग्रेस की प्लानिंग है कि वह राज्य इकाई की कई कमेटी और समितियां बना बनाने के बाद कम से कम डेढ़ सौ सीटों पर अपनी प्रभारी को नियुक्त कर देंगे ढाबा है कि बाद में इन्हें प्रभारी को प्रत्याशी बनाया जाएगा अब देखना दिलचस्प होगा कि यूपी विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस का राजनीतिक रिश्ता किस करवट बैठता है