Bihar News: नवगछिया में इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध ध्वस्त, गांवों में घुस रहा बाढ़ का पानी

Bihar News: नवगछिया में इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध ध्वस्त, गांवों में घुस रहा बाढ़ का पानी

बिंदटोली तटबंध बुद्धू चक गांव के पास ध्वस्त दर्जनों घर बहे।

भागलपुर में इस्मालइपुर-बिंद टोली तटबंध के एक हिस्से के टूट जाने के कारण गंगा का पानी गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत करारी तीनटंगा पंचायत के बुद्धुचक, सैदपुर एवं निकटवर्ती गांवों में फैल रहा है। इन गांवों के निवासियों को सतर्क रहने के साथ ऊंचे व सुरक्षित स्थानों की ओर जाने की सलाह दी गई है।

बिहार के भागलपुर जिले में नवगछिया के इस्माइलपुर बिंदटोली तटबंध बुद्धू चक गांव के पास स्पर संख्या सात-आठ के बीच 60 से 80 मीटर ध्वस्त हो गया है। इस तटबंध ध्वस्त होने बुद्धू चक इलाके के दर्जनों घर नदी में बह गए हैं। कटाव की वजह से गंगा का पानी आसपास के गांवों तीनटंगा, सैदपुर, बीरनगर गांव बहियार में तेजी से फैल रहा है। ग्रामीण अपना-अपना घर खाली करके ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं।

मौके पर पहुंचे अधिकारी

बांध टूटने की सूचना पर नवगछिया भागलपुर एसपी पूरण कुमार झा, सीडीपीओ ओमप्रकाश, एसडीओ डॉ उत्तम कुमार मौके पर पहुंचे हैं। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता विशेषज्ञ की टीम मौके पर कैंप कर रही है।

सौ मीटर में तटबंध क्षतिग्रस्त

चौधरी ने बताया कि 8.25 मीटर लंबे इस तटबंध में 14 स्पर हैं। स्पर सात और आठ के बीच लगभग सौ मीटर में तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ है। इस कारण आबादी वाले इलाकों में एक-दो दिन में पानी के फैलने की आशंका है।

कटाव रोकने के लिए इंजीनियर लगातार प्रयास कर रहे हैं। मौके पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्री भी पर्याप्त मात्रा में भंडारित है। निकटवर्ती प्रमंडलों से भी सामग्री के साथ इंजीनियरों को मौके पर बुला लिया गया है।

भीतर-ही-भीतर तेज कटाव कर रही नदी

उल्लेखनीय है कि गंगा का जलस्तर भागलपुर गेज पर 13 से 18 अगस्त के बीच खतरे के निशान से ऊपर था। 19 अगस्त से जलस्तर में कमी आ रही।

20 अगस्त को खतरे के निशान से नीचे रहा, जब कटाव हुआ। दरअसल, जलस्तर घटने के साथ नदी भीतर-ही-भीतर तेज कटाव (अंडर-माइनिंग) कर रही है। इस कारण आपात स्थिति उत्पन्न हुई है।

कैंप कर रही दर्जन भर इंजीनियरों की टीम

मुख्य अभियंता ने बताया कि यहां पर बौसी बांका व अन्य जगहों से सहायक अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता को प्रति नियुक्त किया गया है। लगभग एक दर्जन इंजीनियरों की टीम के साथ-साथ अन्य लोगों को भी यहां पर कैंप करने की बात कही है।

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