सपा प्रतिनिधिमंडल की यात्रा रोकने पर अखिलेश यादव का हमला, भाजपा को बताया हार चुका

संभल में हुई हिंसा के बाद, समाजवादी पार्टी (सपा) का प्रतिनिधिमंडल 30 नवंबर को संभल जाने की योजना बना रहा था। इस दौरे का उद्देश्य हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात करना और घटनाओं की जांच करना था। हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार ने सपा के प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने पर रोक लगा दी, जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हिंसा होने से पहले ही ऐसे प्रतिबंध लगाती, तो संभल में सौहार्द का माहौल बिगड़ने से बच सकता था।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, “भा.ज.पा सरकार का यह कदम उसकी नाकामी को दर्शाता है। अगर सरकार पहले ही उन लोगों पर कार्रवाई करती, जिन्होंने दंगे फैलाने की साजिश की थी, तो यह स्थिति नहीं बनती।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को पूरे प्रशासनिक मंडल को निलंबित कर देना चाहिए और सच्ची कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि दोषियों पर मुकदमा चल सके। अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा अब हार चुकी है और उनका शासन अब ज्यादा दिन नहीं चलेगा।
संभल में हिंसा के बाद प्रशासन ने इलाके में धारा 163 लागू कर दी है, जिसके तहत किसी भी बाहरी व्यक्ति का जिले में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। सपा प्रतिनिधिमंडल में कई प्रमुख नेता शामिल थे, जिनमें माता प्रसाद पांडेय, लाल बिहार यादव, श्याम लाल पाल, और अन्य नेता शामिल थे। ये सभी पीड़ितों से मिलकर हिंसा के बारे में जानकारी लेना चाहते थे और सरकार की नाकामी को उजागर करने का प्रयास कर रहे थे।
माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि अगर मीडिया वहां जा सकती है, तो उनका प्रतिनिधिमंडल क्यों नहीं जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार डर के मारे सपा को वहां जाने से रोक रही है, ताकि सच सामने न आ सके।