Gairsain: कड़क ठंड में मशाल जुलूस, अनशनकारी की तबीयत बिगड़ी

गैरसैंण में 14 सूत्री मांगों को लेकर लोग आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। इन मांगों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, महाविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर पर विज्ञान संकाय शुरू करने और अन्य कई मुद्दे शामिल हैं। कड़ाके की ठंड के बावजूद आंदोलनकारी रात के वक्त मशाल जुलूस निकालते हुए रामलीला मैदान पहुंचे। इस दौरान व्यापार संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट भी आमरण अनशन पर बैठे थे, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने पर प्रशासन ने उन्हें अस्पताल भेजा। सुरेंद्र बिष्ट को सीएचसी गैरसैंण में भर्ती किया गया, जहां सुबह उन्हें छुट्टी दे दी गई। अस्पताल से लौटने के बाद सुरेंद्र धीयन नामक एक और व्यक्ति ने आमरण अनशन शुरू कर दिया।
सुरेंद्र सिंह बिष्ट का स्वास्थ्य बिगड़ने पर प्रशासन ने उन्हें डॉक्टर की सलाह पर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उन्होंने आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया। बिष्ट ने यह भी कहा कि उनकी मांगों के लिए अब कोई और रामलीला मैदान में आमरण अनशन करेगा। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली से आग्रह किया कि वह धरना स्थल पर आएं और उनकी समस्याओं को सुने।
हालांकि प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, लेकिन आंदोलनकारियों का हौंसला नहीं टूटा। रात को ठंड में मशाल जुलूस निकाला गया, जो मुख्य चौराहे से होते हुए ब्लॉक आवासीय कॉलोनी, खेल मैदान और रामलीला मैदान पहुंचा। इस आंदोलन में सुरेंद्र बिष्ट के साथ उनके समर्थक जैसे नरेंद्र बिष्ट, लखपत सिंह, जगदीश शाह, दीपक बिष्ट, अजीत शाह और कई अन्य लोग भी शामिल थे। इसके साथ ही आसपास के गांवों के लोग जैसे धारगैड़, तौल्यूं, सलियांणा और छजगाड़ से महिला मंगल दल भी आंदोलन को समर्थन देने आए। आंदोलन का यह सिलसिला छठे दिन भी जारी रहा, जिसमें मुख्य मांगों को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी और संघर्ष की भावना देखी जा रही थी।