सांभल हिंसा: VHP का सनसनीखेज आरोप, मौलानाओं का हाथ बताया, दोषियों पर NSA लगाने की मांग।

संभल हिंसा पर विहिप और प्रशासन की प्रतिक्रिया
विहिप (विश्व हिंदू परिषद) ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा की निंदा की और दोषियों से हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेन्द्र जैन ने कहा कि इस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए और दंगाइयों से नुकसान की भरपाई की जाए।
हिंसा का समर्थन करने का आरोप:
सुरेन्द्र जैन ने कहा कि जिस तरह मुस्लिम कट्टरपंथियों ने पुलिस पर पथराव किया, गोलियां चलाईं और आगजनी की, वह बेहद निंदनीय है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं ने हिंसा का समर्थन किया और भड़काऊ बयान दिए। जैन के अनुसार, यह हिंसा मौलानाओं के इशारे पर की गई थी।
घटना में हुई मौतें और घायल पुलिसकर्मी:
रविवार को भड़की हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई पुलिसकर्मी घायल हुए। सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ को गोली लगी, और कुल 22 पुलिसकर्मी घायल हुए। मृतकों को देर रात सुपुर्दे-खाक किया गया।
डीआईजी और पुलिस की अपील:
डीआईजी मुनिराज जी ने हिंसा में शामिल 21 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने 400 से अधिक अज्ञात और नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज की है और सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की।
सख्त कदम और कर्फ्यू जैसे हालात:
संभल में फिलहाल अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है और प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी है। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 1 दिसंबर तक पाबंदी लगा दी है, जबकि एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने की तैयारी की है।
संभल में तैनात पुलिस:
संभल में स्थिति नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी फ्लैग मार्च कर रहे हैं, और मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस को हिंसाग्रस्त क्षेत्र में तैनात किया गया है। फिलहाल, इलाके में शांति बनी हुई है और किसी नई घटना की सूचना नहीं आई है।