PK की हार के बाद अमेरिका में बसे बिहारियों से मिली उम्मीद, क्या बोले प्रशांत किशोर?

चुनावी रणनीतिकार से जन सुराज पार्टी के नेता बने प्रशांत किशोर ने हाल ही में अमेरिका में बसे बिहारियों से ऑनलाइन संवाद किया, जिसमें उन्होंने बिहार की वर्तमान स्थिति और अपनी पार्टी की आगामी योजनाओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बिहार को “वास्तव में एक पिछड़ा राज्य” बताते हुए राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए बड़े प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रशांत किशोर ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत का विश्वास जताया और कहा कि अगर जन सुराज पार्टी सत्ता में आई, तो उनकी प्राथमिकता स्कूली शिक्षा में सुधार होगा, जिसके लिए शराबबंदी से मिलने वाले राजस्व का इस्तेमाल किया जाएगा।
किशोर ने बिहार की आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य को कई गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार की जनसंख्या इतनी बड़ी है कि अगर यह एक देश होता, तो यह दुनिया का 11वां सबसे बड़ा देश होता। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में समाज “नाउम्मीद” हो गया है और यहां हालात सुधरने की दिशा में तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। फिर भी, उन्होंने उम्मीद जताई कि जन सुराज पार्टी के प्रयासों से बिहार में बदलाव आ सकता है और इसे 2029-2030 तक मध्यम आय वाले राज्य के रूप में उभारा जा सकता है।
प्रशांत किशोर ने इस बात पर भी जोर दिया कि बिहार के विकास के लिए कम से कम पांच से छह साल तक समर्पित प्रयासों की आवश्यकता होगी। हालांकि, 2024 के बिहार विधानसभा उपचुनावों में पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसमें अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, फिर भी वे 2025 के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त दिखे। उन्होंने प्रवासी बिहारियों से अपील की कि वे जन सुराज अभियान को समर्थन दें और अपने रिश्तेदारों को भी वोट देने के लिए प्रेरित करें।