संभल घटना पर केंद्रीय मंत्री का बयान: देश में सरिया कानून लाना चाहते हैं जिहादी, यह लोकतंत्र पर हमला

केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने उत्तर प्रदेश के संभल में सर्वे टीम पर हमले के बाद एक बार फिर विपक्षी दलों और देश में बढ़ते धार्मिक असहमति के मुद्दे पर जोरदार हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा कि यह हमला केवल एक सर्वे टीम पर नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और देश की संप्रभुता पर हमला है। उन्होंने इसे “जिहादी” ताकतों की करतूत बताते हुए आरोप लगाया कि कुछ लोग अब भारत में शरिया कानून लागू करने की कोशिश कर रहे हैं और लोकतंत्र को समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। गिरिराज सिंह ने इस हमले को बर्दाश्त न करने की बात कही और चेतावनी दी कि यह भारत के लोकतंत्र के लिए खतरा है, जिसे देश के लोग सहन नहीं करेंगे।
इस घटना के बाद गिरिराज सिंह ने जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला की सरकार और कांग्रेस पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में हिंदुओं के घरों को बुलडोज़र से ढहाने के पीछे कांग्रेस का हाथ है, और इस पूरे घटनाक्रम में कांग्रेस की भूमिका जिम्मेदार है। गिरिराज सिंह ने फारूक अब्दुल्ला को हिंदू विरोधी और आतंकवाद का समर्थक बताया, और कहा कि कांग्रेस को अपनी जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए, अन्यथा इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।
इसके अलावा, गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर देश को बांटने की साजिश करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में गृह युद्ध चाहती है और विपक्ष के कई नेताओं की चुप्पी से यह साफ झलकता है कि पार्टी उन असामाजिक तत्वों का समर्थन कर रही है, जो देश को तोड़ने का सपना देख रहे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस की यह पुरानी रणनीति रही है, जिसमें वे कभी विदेश में भारत को बदनाम करते हैं, तो कभी देश के भीतर राज्यों के बीच गहरी खाई पैदा करने की कोशिश करते हैं।
गिरिराज सिंह का यह बयान देश के राजनीतिक माहौल में नई सियासी बहस को जन्म दे सकता है, जिसमें धार्मिक और राजनीतिक ध्रुवीकरण के आरोपों के बीच राजनीतिक दल एक दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं।