यूपी मस्जिद सर्वे विवाद: पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई की चेतावनी, पत्थरबाजी करने वालों पर कार्रवाई शुरू

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का सर्वे करते समय कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। इस पर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि पत्थरबाजों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सर्वे के दौरान पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद थे, और स्थिति को नियंत्रण में लिया गया है। पुलिस अब पत्थरबाजों की पहचान कर उन्हें कानूनी दायरे में लाकर कार्रवाई करेगी।
यह घटना जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के विवाद से जुड़ी हुई है, जिसे लेकर प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती थी। 2019 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में हुए बवाल के बाद, पुलिस और प्रशासन ने इस बार अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए संभल शहर में 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की थी। खासकर, जुमे की नमाज के दौरान मुरादाबाद और बरेली मंडल के जिलों की पुलिस और पीएसी (प्रादेशिक सशस्त्र पुलिस) को तैनात किया गया था।
2019 में सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान हुए बवाल में दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी और पुलिस पर भी पत्थरबाजी की गई थी। तब के आईजी मुरादाबाद, रमित शर्मा (जो वर्तमान में एडीजी बरेली हैं), को 15 दिन तक संभल में कैंप करना पड़ा था। इस बवाल को देखते हुए, शासन ने पीएसी बटालियन की तैनाती की थी, और अब मुरादाबाद की 24वीं बटालियन को संभल में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस अब किसी भी असामाजिक तत्वों को बख्शने के लिए तैयार नहीं है।