योगी का हिंदुत्व मॉडल, भाजपा की जीत में रहा निर्णायक, 27 सीटों पर मिली बढ़त

उत्तर प्रदेश के नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने सात सीटों पर जीत हासिल की, जो पार्टी के लिए बड़ी राहत साबित हुई है। खासकर मुरादाबाद की कुंदरकी और अंबेडकरनगर की कटेहरी जैसी सीटों पर भाजपा की जीत ने न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया है, बल्कि आगामी 2027 विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का मनोबल भी मजबूत किया है। इन दोनों सीटों पर तीन दशक बाद भाजपा ने जीत दर्ज की, जो इस बात का संकेत है कि पार्टी ने जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और हिंदुत्व के एजेंडे पर जोर देकर वह चुनावी मैदान में एक नया संदेश दे रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा ने इस उपचुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत किया है, जो 2024 लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए बड़े फायदे का संकेत है। योगी के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे ने हिंदू समुदाय में एक नया जागरण पैदा किया, जिससे जाति की राजनीति कमजोर हुई और हिंदुत्व का एजेंडा ज्यादा प्रभावी हुआ। इसने जाति और धर्म की राजनीति को दरकिनार करते हुए भाजपा को आम मतदाताओं के बीच एक मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित किया।
उपचुनाव के परिणामों ने साफ तौर पर यह भी दिखाया कि बसपा और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी जैसी पार्टियाँ मुख्य मुकाबले में नहीं आ पाईं। इन चुनावों में दलित समुदाय के वोटों ने जातिवाद की राजनीति को नकारते हुए भाजपा के हिंदुत्व एजेंडे का समर्थन किया। खासकर कटेहरी सीट, जो traditionally दलित वोटों पर निर्भर थी, वहाँ भाजपा की जीत ने यह साफ कर दिया कि मतदाता अब जाति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में मतदान कर रहे हैं।
कुंदरकी और कटेहरी जैसी सीटों पर भाजपा की जीत ने कई पुराने मिथकों को तोड़ा है। खासकर कुंदरकी सीट पर भाजपा ने 1.4 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की, जो मुस्लिम बहुल सीट थी और जहां सपा का मजबूत प्रभाव था। यह जीत इस बात का प्रमाण है कि मुस्लिम समुदाय अब सिर्फ ‘लकीर के फकीर’ बनकर नहीं रहना चाहता। इसके अलावा, सपा उम्मीदवारों के खिलाफ नाराजगी ने भी भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई।
इन नतीजों से यह भी संकेत मिलते हैं कि भाजपा ने 2019 लोकसभा चुनाव में मिली हार से काफी कुछ सीखा है और अपनी रणनीतियों को ठीक किया है। योगी आदित्यनाथ की आक्रामक शैली, जिसमें अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई और हिंदुत्व का संदेश शामिल है, भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। रतनमणि लाल जैसे विशेषज्ञों के अनुसार, योगी की आक्रामक शैली और भरोसा पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं, और यही कारण है कि भाजपा इस उपचुनाव में विजय प्राप्त कर पाई है।