अलवर मंडी में लाल प्याज का उत्पादन हुआ बंपर

अलवर के लाल प्याज की मांग केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है। इस वजह से कई व्यापारी अलवर पहुंचकर अपना स्टॉक तैयार करने में जुट गए हैं। अपने तीखेपन के कारण प्रसिद्ध, अलवर का लाल प्याज विश्वभर में जाना जाता है। अलवर की मंडी में प्याज की आवक शुरू हो चुकी है। इस समय मंडी में रोजाना करीब 15 हजार कट्टे प्याज आ रहे हैं, जबकि पहले यहाँ लगभग 50 हजार कट्टों की आमद होती थी। अलवर के लाल प्याज की मांग न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी है। इसी वजह से कई व्यापारी अलवर पहुंचकर अपना स्टॉक तैयार करने लगे हैं। तीखे स्वाद के लिए मशहूर अलवर का लाल प्याज विश्वभर में प्रसिद्ध है।

इस बार अलवर में प्याज की बुवाई का लक्ष्य बढ़ने से उत्पादन भी रिकॉर्ड स्तर पर होने की उम्मीद है। इस सीजन में मंडी में प्याज की आवक 25 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। इस बार क्षेत्र में अधिक बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके कारण लगभग 6 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है, जबकि पिछले साल करीब 4 लाख मीट्रिक टन प्याज का उत्पादन हुआ था। अभी मंडी में शुरुआती दिनों में रोजाना लगभग 15 हजार कट्टे प्याज की आवक हो रही है। इसका कारण यह है कि बारिश के कारण किसानों ने इस बार प्याज की फसल थोड़ी देर से लगाई थी।

जिले के किसान अलवर के अलावा खैरथल और तिजारा की मंडियों में भी प्याज लेकर जा रहे हैं, जिसे कम आवक का एक कारण माना जा रहा है। बताया गया है कि 15 नवंबर से मंडी में प्याज की आवक बढ़कर करीब 50 हजार कट्टे रोजाना तक पहुंच जाएगी। पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस साल प्याज की गुणवत्ता बेहतर है, जिससे किसानों को शुरुआती दिनों में अच्छे दाम मिल रहे हैं। फिलहाल प्याज का भाव 35 से 45 रुपए प्रति किलो तक है, और आने वाले समय में किसानों को और बेहतर दाम मिलने की उम्मीद है। अलवर में प्याज मंडी की शुरुआत होते ही देशभर के व्यापारी भी अलवर का रुख करने लगे हैं।

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