क्या यूपी विधानसभा उपचुनाव के बाद गाजियाबाद का नाम बदल जाएगा?
गाजियाबाद का नाम बदलने को लेकर चर्चाएं फिर से जोर पकड़ने लगी हैं। खबरों के अनुसार, गाजियाबाद का नाम बदलकर ‘गजप्रस्थ’ रखने पर विचार हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने इस नए नाम पर सहमति बना ली है, और जल्द ही इसका प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद सरकार के पास निर्णय होगा कि वह इस नए नाम को मंजूरी देती है या नहीं। गाजियाबाद के नाम को लेकर नगर निगम बोर्ड द्वारा पहले ही एक प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। बोर्ड ने तीन संभावित नाम सुझाए थे — गजप्रस्थ, दूधेश्वरनगर और हरनंदीपुरम। इन विकल्पों में से प्रशासन ने गजप्रस्थ नाम को चुना है। हालांकि, नाम बदलने की प्रक्रिया लंबी और जटिल है। शासन को प्रस्ताव भेजने से पहले इसकी प्रामाणिकता की जांच की जाएगी, और केवल सही पाए जाने पर ही नाम बदलने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
गजप्रस्थ नाम के पीछे एक ऐतिहासिक तर्क है। माना जाता है कि द्वापर युग में इस क्षेत्र का नाम गजप्रस्थ था, जब दिल्ली को इंद्रप्रस्थ कहा जाता था। उस समय इस स्थान के पास हाथियों को रखा जाता था, और इसी कारण इसे गजप्रस्थ कहा गया। आज यह क्षेत्र गाजियाबाद के नाम से जाना जाता है, और इस ऐतिहासिक संदर्भ को देखते हुए लोग गाजियाबाद का नाम बदलकर गजप्रस्थ रखने की मांग करते आए हैं।