उत्तर प्रदेश’ से तय होगी अमेरिका की राष्ट्रपति की कुर्सी? जानिए कैसे

लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश की तरह अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कैलिफोर्निया का विशेष महत्व है। अमेरिका के 538 इलेक्टोरल कॉलेज वोट में से कैलिफोर्निया के पास 54 वोट हैं, जो सबसे अधिक हैं। जिस प्रकार भारत में उत्तर प्रदेश का चुनावी महत्व है, उसी तरह कैलिफोर्निया में जीतना अमेरिकी उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस राज्य में जीतने से किसी भी पार्टी के उम्मीदवार के राष्ट्रपति बनने की संभावनाएं प्रबल हो जाती हैं। वर्तमान में, इस बात पर नजर है कि कैलिफोर्निया में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी आगे बढ़ेगी या डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस।
इसके अलावा, अमेरिका में कुछ अहम स्विंग स्टेट्स भी हैं जो चुनावी परिणाम तय करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। स्विंग स्टेट्स वे राज्य होते हैं जहां मतदाता किसी एक पार्टी के प्रति स्थिर नहीं रहते। अमेरिका के सात मुख्य स्विंग स्टेट्स में पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, नेवादा, एरिजोना, और नॉर्थ कैरोलिना शामिल हैं। फिलहाल जॉर्जिया और नॉर्थ कैरोलिना में ट्रंप आगे चल रहे हैं, जबकि पेंसिल्वेनिया और मिशिगन में कमला हैरिस का समर्थन अधिक है। नेवादा और एरिजोना के परिणाम अभी अनिश्चित हैं।
फॉक्स न्यूज़ के अनुसार, ट्रंप 205 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स के साथ बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि कमला हैरिस के पास 117 वोट हैं। इलेक्टोरल कॉलेज में कुल 538 वोट हैं, और राष्ट्रपति पद के लिए 270 वोट्स की आवश्यकता होती है।