BIHAR NEWS: समस्तीपुर में पड़ोसी ने की बहूं और सास की पीटाई; सास की हालत गंभीर
पटोरी के डीएसपी बीके मेधावी ने बताया कि घटना के पीछे नई झाड़ू की जगह पुराना झाड़ू रखने की बात सामने आई है, जिससे यह विवाद शुरू हुआ। पुलिस ने इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
समस्तीपुर जिले के पटोरी थानाक्षेत्र के चांदपुर धमौन गांव में शुक्रवार रात एक दर्दनाक घटना घटी। जहां आपसी विवाद में पाटीदारों ने मानती देवी और उनकी बहू कविता देवी को लाठी-डंडों से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। घटना के बाद दोनों को गंभीर हालत में पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद कविता देवी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि मानती देवी की हालत गंभीर बनी हुई है।
झाड़ू को लेकर हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार, यह विवाद नई झाड़ू की चोरी को लेकर हुआ। चांदपुर धमौन गांव निवासी मनीष कुमार की मां मानती देवी ने शुक्रवार को एक नई झाड़ू खरीदी थी और उसे घर के आंगन में रख दिया था। लेकिन बाद में जब उन्होंने देखा कि उनकी नई झाड़ू की जगह किसी ने पुराना झाड़ू रख दिया है, तो उन्होंने गुस्से में गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। इस बात पर उनकी चचेरी गौतनी संगीता देवी और जावत लक्ष्मण कुमार, मोहन कुमार और चचेरा ससुर जुलूम राय ने लाठी-डंडे से मानती देवी पर हमला कर दिया। जब उनकी बहू कविता देवी बीच-बचाव करने आई तो उसे भी बेरहमी से पीटा गया।
इस हमले के बाद दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिवार के सदस्यों ने उन्हें तत्काल पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। पटना के अस्पताल में इलाज के दौरान कविता देवी की मौत हो गई, जबकि मानती देवी की स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है।
आरोपी से की जा रही पूछताछ
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी जुलूम राय को गिरफ्तार कर लिया है। पटोरी के डीएसपी बीके मेधावी ने बताया कि घटना के पीछे नई झाड़ू की जगह पुराना झाड़ू रखने की बात सामने आई है, जिससे यह विवाद शुरू हुआ। पुलिस ने इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पुलिस बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास कर रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश और भय का माहौल
इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों में इस बर्बर घटना को लेकर आक्रोश है और लोग कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि एक मामूली विवाद ने जानलेवा हिंसा का रूप ले लिया, जो बेहद निंदनीय है। ग्रामीणों ने इस मामले में दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है।