सीएम सुक्खू का वादा: 29 अक्तूबर से पहले सम्मान निधि सीधे खाते में पहुंचेगी

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शनिवार को शिमला के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित करते हुए उनके साथ रात्रि भोज का आनंद लिया। इस मौके पर सीएम सुक्खू ने लोगों की समस्याओं को नजदीक से समझा और मौके पर ही समाधान के निर्देश दिए। सरकार गांव के द्वार योजना के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों से सीधे बातचीत की, जिससे उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों के साथ काम किया जा सके।
मुख्यमंत्री के इस दौरे के दौरान डोडरा क्वार में उनका भव्य स्वागत हुआ, और इस अवसर पर छात्राओं द्वारा पारंपरिक नाटी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। सुक्खू ने इस अवसर पर गसांगो से जिसकुन तक संपर्क सड़क का उद्घाटन किया और कई अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इनमें डोडरा से चमधार तक सड़क और पुजारली गांव से टाल पुल तक का मार्ग शामिल है, जो उत्तराखंड की सीमा तक पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना के तहत 29 अक्तूबर से पहले 1,500 रुपये की पहली किस्त वितरित करने की घोषणा की। इस योजना के तहत भविष्य में पात्र महिलाओं को तीन साल में 18,000 रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने डोडरा क्वार के विकास के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं, जिसमें बेली ब्रिज के निर्माण के लिए 4.5 करोड़ रुपये और जाखा में पुल निर्माण के लिए राशि आवंटित की गई।
सुक्खू ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने पिछले एक साल में 2,200 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को करीब से जानने और उनके त्वरित समाधान की पहल की है। उन्होंने अन्य मंत्रियों को भी इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर लोगों की समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया है, ताकि राज्य का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।