पुराना फर्नीचर बेचने के चक्कर में 7 हजार का सौदा बना 2 लाख की ठगी

पुराना सामान खरीदने के बहाने भेजे गए भुगतान के लिंक से 2 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार, अशोक विहार के निवासी एक व्यवसायी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका कार्यालय पीतमपुरा में है। उनके 27 वर्षीय बेटे ने ऑफिस के पुराने फर्नीचर को बेचने के लिए एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर पोस्ट किया था, जिसकी कीमत 7 हजार रुपये रखी गई थी।
17 अक्टूबर को बेटे को एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को रोहिणी का बताकर कहा कि वह ऑनलाइन 7 हजार रुपये की पेमेंट भेज रहा है। जैसे ही बेटे ने भेजे गए लिंक पर क्लिक किया, पैसे कट गए और उसके बजाय 7 हजार रुपये गायब हो गए। इसी तरह, ठग ने एक-एक कर कुल 2 लाख रुपये निकाल लिए।
बेटे ने आरोपी से फिर से संपर्क किया, तो कॉलर ने कहा कि तकनीकी गलती हो गई है। उसने 14 हजार रुपये का नया लिंक भेजा, और इस बार भी पैसे कट गए। इसके बाद, आरोपी ने 28 हजार रुपये का लिंक भेजा, जिससे कुल 57 हजार रुपये बेटे के खाते से उड़ गए।
बेटे ने फिर 40 हजार रुपये एक दोस्त से उधार लिए और अपनी बहन से 92 हजार रुपये उधार लेकर दिए, लेकिन ये रकम भी ठग के हाथ में चली गई। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ, तो बेटे ने अपने परिवार को इस मामले की जानकारी दी।
पीड़ित ने पीएम, सीएम समेत कई लोगों को ईमेल भेजकर अपनी समस्या बताई। उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। फिर वे अशोक विहार थाने गए, जहां उन्हें साइबर थाने जाने की सलाह दी गई। जब वे मॉडल टाउन के साइबर क्राइम थाने पहुंचे, तो वहां भी उन्हें 1930 पर कॉल करने की सलाह दी गई।
बहुत प्रयास करने के बाद, पीड़ित ने 1930 पर संपर्क किया। अंततः, बुधवार रात उन्होंने पीएम, सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, गृह मंत्री, पुलिस कमिश्नर और एलजी को ईमेल लिखकर अपनी सारी समस्याएं साझा की।