UTTARAKHAND NEWS: उत्तराखंड में छाया करवाचौथ का रंग; खरीदारी के लिए उमड़ी औरतों की भीड़
करवा चौथ की खरीदारी के लिए उत्तराखंड के बाजारों में भारी भीड़ उमड़ी । महिलाओं ने जमकर खरीदारी की मेहंदी लगवाने के लिए लंबी कतारें लगी । मुख्यत 500 से 1100 रुपये तक की मेहंदी की मांग अधिक है।
दुकानदारों के चेहरे खिले बाजारों में देर रात तक रौनक रही। जानिए करवा चौथ से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी इस खबर में। करवाचौथ के लिए शृंगार, मेहंदी, पूजा व व्रत से जुड़ी सामग्री की खरीदारी को लेकर बाजार गुलजार रहे। देर रात तक मेहंदी लगवाने के लिए होड़ रही। त्योहारी सीजन के शुरुआती पर्व करवाचौथ पर दुकानों में उमड़ी भीड़ के बीच दुकानदारों के पास फुर्सत नहीं थी। ग्राहकों की भीड़ देखकर दुकानदारों के चेहरे खिले नजर आए।
पलटन बाजार, सहारनपुर चौक, पटेलनगर, प्रेमनगर, धर्मपुर, राजपुर आदि क्षेत्रों में महिलाओं ने करवा, कैलेंडर, सुहाग का शृंगार, सजावटी चलनी, थाली, पीतल का लोटा, सीक, साड़ियां आदि सजने-संवरने का सामान खरीदा। इसके अलावा किराना, मिष्ठान, फल, ड्राइफ्रूट आदि दुकानों पर भी ग्राहकों की भारी भीड़ रही।
मेहंदी के लिए लगानी पड़ी लाइन
पलटन बाजार में मेहंदी लगाने के लिए सबसे ज्यादा भीड़ रही। देर शाम तक महिलाएं मेहंदी लगवाने के लिए लाइन में लगी रहीं। कोई ग्राहक परेशान ना हो इसके लिए मेहंदी वालों ने भी पर्ची काटकर मेहंदी लगाई। इंदर मेहंदी आर्ट के स्वामी इंदर ने बताया कि भीड़ लगने का कारण यह भी है कि करवाचौथ से एक दिन पहले ज्यादा भीड़ लगी रहती है, इसलिए लोग आज ही लगाना बेहतर समझ रहे हैं। यह विडियो भी देखें
अवधेश मेहंदी आर्ट के स्वामी अवधेश ने बताया कि मुख्यत: 500 से 1100 रुपये तक की मेहंदी की मांग अधिक है। बांबे मेहंदी आर्ट के संचालक विकास ने बताया कि अरेबियन, जयपुरी, मारवाड़ी, राजस्थानी मेहंदी लगाई जाती हैं, लेकिन इस बार थ्रीडी मेहंदी की मांग ज्यादा है। गीतांजली सैलून के संचालक सुयश अग्रवाल ने बताया कि सजने संवरने के लिए पार्लर में एडवांस बुकिंग आ रही है।
गिफ्ट देने के लिए भा रही कास्मेटिक की पैकिंग सुविधा
कोतवाली के पास कास्मेटिक की दुकान लगाने वाले मोहित ने बताया कि लोग खरीदारी खुले दिल से कर रहे हैं। कास्मेटिक सामान के लिए विभिन्न पैक बनाए गए हैं, ग्राहक जिसकी मांग करता है, उसका पैकेट बनाया गया। कास्मेटिक सामान के गिफ्ट पैक भी ग्राहकों को खूब पसंद आए। यह भी पढ़ें- Dehradun में सालाना खर्च देकर ”पालें” घड़ियाल-गुलदार, उल्लू के लिए आ रहे बंपर आवेदन, वहीं करवाचौथ के लिए ग्राहकों को जगह-जगह से सामान न खरीदना पड़े इसके लिए कई दुकानदारों ने करवा, थाली, छलनी, करवा व्रत किताब आदि का पैकेट पहले से तैयार किया हुआ है। पलटन बाजार में सत्यप्रकाश एंड संस के स्वामी नीरज जिंदल ने बताया कि इस पैकट की कीमत 200-300 रुपये है।
स्टोन वाली छलनी बनी पसंद
इस बार आर्टिफिशियल ज्वेलरी, शृंगार के सामान के साथ ही स्टोन वाली छलनी की मांग अधिक रही। बाजार में महिलाओं ने खरीदारी की। साथ ही जिन्होंने दूसरों से सामान मंगवाया था उनके लिए भी इसे खरीदा। पलटन बाजार के व्यापारी गौरव ने बताया कि हर वर्ष कुछ ना कुछ नया होता है इस बार स्टोन लगी छलनी विशेष है। भंडारी चौक, झंडा बाजार, चकराता रोड समेत विभिन्न क्षेत्रों में सड़क किनारे साधे करवे के साथ ही विभिन्न डिजाइन वाले करवे की लोगों ने खरीदारी की।
जरकन, मेटल व वेलवेड चूड़ी का क्रेज
पलटन बाजार में शुभ कास्मेटिक के संचालक मनीष महेंद्रु ने बताया कि इस बार क्रिस्टल चूड़ियां, मोती बैगल, वेलवेड जरकन चूड़ी, कुंदन वाले कढ़े, ब्राइडल चूड़ियों के अलावा मेटल की अधिक मांग रही। खंडेलवाल साड़ी सेंटर के महेश खंडेलवाल ने बताया कि अब लहंगा और गाउन इंडो वेस्टर्न ड्रेस और उसके साथ साथ आर्टिफिशियल ज्वैलरी की मांग बढ़ने लगी है। महिलाओं का क्रेज बनारसी साड़ी, इंडो वेस्टर्न ड्रेस और आर्टिफिशियल ज्वैलरी के प्रति अधिक नजर आ रहा है।
चहक उठा सर्राफा बाजार
धामावाला बाजार, झंडा बाजार, राजपुर रोड, प्रेमनगर समेत विभिन्न क्षेत्रों में ज्वेलरी की दुकानों पर पहुंचकर खूब खरीदारी हुई। महिलाओं के लिए अंगूठी, पायल, मंगलसूत्र की सबसे अधिक मांग रही। विभिन्न डिजाइन में इन्हें सजाया गया। सर्राफा मंडल देहरादून के अध्यक्ष सुनील मेसोन ने बताया कि ब्राइडल ज्वेलरी, गोल्ड व डायमंड चूड़ियों की भी मांग अधिक रही।
संशय में ना रहें, पूजा के समय नहीं है भद्रा
- ज्योतिषाचार्य आचार्य डा. सुशांत राज के अनुसार, करवा चौथ पर महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं।
- करवा व्रत की शुरुआत हमेशा सरगी खाने से होती है, जो सूर्योदय से करीब दो घंटे पहले खाई जाती है।
- इस वर्ष करवा चौथ पर भी भद्रा का साया रहेगा।
- करवा चौथ पर 20 अक्तूबर को 21 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा। जो सुबह छह बजकर 24 मिनट से छह बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
- पूजा का शुभ समय शाम 5 बजकर 46 मिनट से सात बजकर दो मिनट तक रहेगा।
- करवा चौथ व्रत की शुरुआत भद्रा काल शुरू होने से पूर्व ही हो जाएगी।
- ऐसे में व्रती सूर्योदय से पहले स्नान कर सरगी ग्रहण कर लें और व्रत का संकल्प ले लें। करवा चौथ की पूजा के समय भद्रा नहीं है।
इसलिए मनाया जाता है करवा चौथ
उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष आचार्य बिजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार पौराणिक मान्यता के अनुसार, मां पार्वती ने प्रथम बार भगवान शिव के लिए निर्जला व्रत रखा था। इसके अलावा मां सीता व मां द्रौपदी ने भी यह व्रत ग्रहण किया था। उन्होंने ही करवा का उपयोग किया तब से यह परंपरा शुरू हुई। इस दिन माता पार्वती, शिव, गणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा होगी।
पटेलनगर में निश्शुल्क मेहंदी शिविर
पटेलनगर स्थित आदर्श मंदिर में शैल शिखर सामाजिक संस्था, देवभूमि ब्राह्मण नारी शक्ति समूह, स्माइल सोसायटी फार हेल्प, श्री नरवदेश्वर महादेव सेवा समिति, श्री आदर्श मंदिर और अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति की संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय निश्शुल्क मेहंदी शिविर लगाया गया। शैल शिखर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष रुचि शर्मा ने बताया की आज भी दो बजे से रात नौ बजे तक मेहंदी लगवाई जाएगी।