UTTRAKHAND NEWS: उत्तराखंड सरकार का खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं पर सख्त रुख; 25 हजार से 1 लाख रुपये तक का जुर्माना
उत्तराखंड सरकार ने खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं पर सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर खाद्य संरक्षा विभाग ने गाइडलाइन जारी की है।
नियमों का उल्लंघन करने पर 25 हजार से 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा। खाद्य कारोबारियों को लाइसेंस लेना अनिवार्य है।
खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं पर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देशानुसार खाद्य संरक्षा विभाग ने भी इसे लेकर विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है।
इस तरह की घटनाओं में संलिप्त पाए जाने व्यक्ति पर अब 25 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा। खाद्य संरक्षा विभाग के आयुक्त डा. आर राजेश कुमार ने एसओपी को सख्ती से लागू करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले देहरादून में इनामुल्ला बिल्डिंग स्थित एक रेस्टॉरेंट का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था जिसमें होटल में खाना बनाने वाला व्यक्ति खाने में थूकता हुआ स्पष्ट रूप से नजर आ रहा था। इसके अगले ही दिन इस तरह की एक और घटना पहाड़ों की रानी मसूरी से प्रकाश में आई जहां मुख्य मार्किट में एक व्यक्ति चाय में थूक रहा था। इन दोनों ही मामलों में पुलिस ने कार्रवाई की थी।
कुकृत्य पर हो सख्त कार्रवाई- सीएम
इन दोनों ही घटनाओं को प्रदेश के मुखिया ने बेहद गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश रहा है कि इस तरह के कुकृत्य कर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला चाहे वह किसी भी धर्म व जाति से हो उसे किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाए। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के क्रम में उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक ने समस्त एसएसपी और जनपदों को निर्देश दिए कि वे होटल ढाबों एवं अन्य व्यावसायिक स्थानों में कार्यरत कर्मचारियों का शत प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित करने के साथ ही ऐसे स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने सुनिश्चित करें। इन गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 274 बीएनएस और धारा 81 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया जाए। इसके अलावा, यदि इस प्रकार की घटनाओं से धार्मिक, मूलवंशीय या भाषायी भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है तो धारा 196(1) के अंतर्गत भी सख्त कार्रवाई की जाए।
खाद्य पदार्थों को लेकर गाइडलाइन जारी
इधर, उत्तराखंड पुलिस के एक्शन के बाद इस मामले में एफडीए ने भी सख्ती शुरू करते हुए बकायदा खाद्य पदार्थों में थूक या गंदगी मिलाने की घटना करने वालों को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है। जिसके तहत दोषियों पर 25 हजार से 1 लाख रूपये तक का जुर्माना की कार्रवाई के साथ ही खाद्य कारोबारियों को अपने कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से पहनाना होगा फोटोयुक्त पहचान पत्र, कैमरे इत्यादि लगाने होंगे। मीट कारोबारियों, ढाबे, होटल एवं रेस्टोरैन्ट संचालकों को अपने यहां लिखना होगा मीट हलाल का है या फिट झटका। भोजन बनाने और परोसने वाले कर्मचारियों के लिए फेस मास्क/ ग्लब्स/हेड गियर पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।