मुन्ना शुक्ला ने समर्थकों से कहा: ‘जेल में रहकर भी मिलेगा बंगला, सरकार हमारी होगी’

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड में दोषी ठहराए गए राजद नेता और पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला ने पटना में आत्मसमर्पण कर दिया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद उन्होंने अदालत के निर्देशानुसार निर्धारित समय सीमा के अंत में सरेंडर किया। इससे पहले, उन्होंने अपने समर्थकों के बीच एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा, “मेरी सरकार बनेगी, हम जेल में रहेंगे और आपसे मिलेंगे इसी बंगले में।” यह बयान तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उनके समर्थकों ने तालियाँ बजाकर उनका हौसला बढ़ाया।
मुन्ना शुक्ला के आत्मसमर्पण से पहले उनके समर्थकों की भारी भीड़ उनके मुजफ्फरपुर स्थित आवास पर जुटी थी। इस दौरान उन्होंने अपने शुभचिंतकों और समर्थकों से मिलकर उन्हें ढांढ़स बंधाया और विश्वास दिलाया कि वे जेल से भी उनके संपर्क में रहेंगे। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया, जिसमें उनकी भावी राजनीतिक योजनाओं के संकेत भी नजर आए।
सुप्रीम कोर्ट ने 3 अक्तूबर 2024 को बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड में मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी को दोषी ठहराया था और दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अदालत ने उन्हें दो सप्ताह के भीतर आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया था। आज, 16 अक्तूबर, को उस अवधि का अंतिम दिन था, जिसके मद्देनजर मुन्ना शुक्ला ने पटना के जिला व्यवहार न्यायालय में सरेंडर किया।
बृज बिहारी प्रसाद हत्याकांड बिहार के बड़े राजनीतिक घटनाक्रमों में से एक है, और इस मामले में मुन्ना शुक्ला की सजा ने एक बार फिर उस दौर की राजनीति की ओर ध्यान खींचा है।