केंद्र सरकार का बिहार को बड़ा तोहफा, बाढ़ नियंत्रण योजना

बिहार में बाढ़ से निपटने के लिए चार नए बराजों का निर्माण: एक बड़ी पहल
बिहार में बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने हाल ही में घोषणा की है कि राज्य में बाढ़ के दीर्घकालिक समाधान के लिए चार नए बराज बनाए जाएंगे। यह निर्णय बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है, जो वर्षों से बाढ़ के प्रकोप से जूझ रहे हैं।
मंत्री ने दरभंगा जिले में पश्चिमी कोसी तटबंध के टूटे स्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की। उन्होंने बताया कि तटबंध के क्षतिग्रस्त हिस्से को सुरक्षित कर लिया गया है और ओवर-टॉपिंग वाले हिस्सों को ऊंचा और मजबूत किया जाएगा।
केंद्रीय बजट में 11,500 करोड़ रुपये का आवंटन
बिहार सरकार की इस पहल को केंद्र सरकार का भी पूरा समर्थन प्राप्त है। केंद्र सरकार ने इस वर्ष के बजट में बिहार की बाढ़ समस्या के स्थायी समाधान के लिए 11,500 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। इस राशि से ढेंग, तैयबपुर, अरेराज और डगमारा में चार नए बराज बनाए जाएंगे। इन बराजों के निर्माण से बिहार में बाढ़ का प्रभाव काफी कम होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्राथमिकता
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमेशा से राज्य में बाढ़ की समस्या को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें तटबंधों का उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण और उस पर सड़कें बनाना शामिल है। हालांकि, इस वर्ष नेपाल में हुई भारी बारिश के कारण बिहार की नदियों में अत्यधिक जल प्रवाह हुआ, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई।
चार नए बराजों का महत्व
चार नए बराजों के निर्माण से बिहार को कई फायदे होंगे:
बाढ़ का नियंत्रण: ये बराज बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने में मदद करेंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव को कम करेंगे।
सिंचाई सुविधाओं में सुधार: इन बराजों से सिंचाई सुविधाओं में सुधार होगा, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा।
आर्थिक विकास: बाढ़ के खतरे को कम करने से राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।