HARIYANA NEWS: हरियाणा मे कई सीटों पर बीजेपी के लिए ऐतिहासिक जीत; वहां भाजपा को मिली पहली जीत

पूंडरी विस सीट पर आजाद उम्मीदवारों का वर्चस्व भी टूटा। यहां भी भाजपा की दस्तक के साथ सतपाल जांबा ने जीत दर्ज की।



हरियाणा की ऐसी भी 23 विधानसभा सीटें हैं जहां भारतीय जनता पार्टी लंबे समय से जीत का इंतजार कर रही थी। इनमें 9 सीटों पर भाजपा ने न सिर्फ कमल खिलाकर लंबे समय से चला आ रहा सूखा मिटाया बल्कि ऐतिहासिक जीत भी दर्ज की। सोनीपत जिले के छह विधानसभा क्षेत्र में गोहाना, बरोदा और खरखौदा में अभी तक भाजपा का खाता नहीं खुला था, लेकिन बड़ा उलटफेर करते हुए गोहाना और खरखाैदा विस क्षेत्र में भाजपा खाता खोलने में कामयाब रही। गोहाना विधानसभा क्षेत्र में डॉ. अरविंद शर्मा ने भाजपा का सूखा तोड़ा। वहीं 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई खरखाैदा विधानसभा सीट में भाजपा के पवन खरखाैदा ने कांग्रेस की बादशाहत खत्म की। दूसरी ओर, जींद जिले की पांचों विस सीटों पर इस बार कमल खिल गया। यहां सफीदों विस सीट पर भाजपा आज तक नहीं जीती थी, लेकिन इस बार अप्रत्याशित रूप से भाजपा से रामकुमार गाैतम ने पांच हजार से कम मार्जिन से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया।

यहां 1967 से भाजपा को जीत का इंतजार था। नरवाना विस सीट पर कृष्ण बेदी ने जीत दर्ज कर भाजपा का 15 साल का सूखा खत्म कर दिया। चरखी दादरी विस क्षेत्र में भाजपा के सुनील सांगवान ने जीत दर्ज की। यहां आज तक भाजपा का खाता नहीं खुल पाया था। हिसार जिले की बरवाला विस सीट पर नायब सरकार में डिप्टी स्पीकर रहे रणबीर गंगवा ने जीत दर्ज की। रणबीर गंगवा को भाजपा ने नलवां की जगह बरवाला से टिकट दिया था।

कैथल जिले की पूंडरी विस सीट पर अधिकतर आजाद उम्मीदवार ही जीतते आ रहे हैं। यहां पहली बार सतपाल जांबा ने भाजपा का खाता खुलवाया। वहीं फरीदाबाद एनआईटी विस क्षेत्र में भाजपा के सतीश कुमार जीते और यहां पहली बार भाजपा ने दस्तक दी। वहीं समालखा विस सीट पर 1967 से अब तक भाजपा जीत दर्ज नहीं करा पाई है, लेकिन इस बार भाजपा के मनमोहन भड़ाना ने कमल खिलाया।

14 सीटों पर भाजपा को जीत का इंतजार

जाटलैंड की महम व गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट पर इस बार भी भाजपा जीत से दूर ही रही। महम में कांग्रेस के बलराम दांगी और गढ़ी-सांपला किलोई विस सीट पर कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जीत दर्ज की। झज्जर जिले की तीन सीटों (झज्जर, बेरी, बादली) पर कांग्रेस जीती। यहां भी भाजपा का सूखा ही रहा। इस बार भी जीत कांग्रेस की गीता भुक्कल के खाते में दर्ज हुई।

यही हाल बेरी विस सीट पर भी रहा। यहां 25 साल से भाजपा खाता खुलने का इंतजार कर रही है। यहां से कांग्रेस के रघुवीर सिंह कादियान ने फिर जीत दर्ज की। वहीं सिरसा विस सीट पर इस बार भी भाजपा जीत से दूर ही रही। 24 साल से यहां भाजपा का खाता नहीं खुला। यहां से कांग्रेस के गोकुल सेतिया ने जीत दर्ज की।

डबवाली विस सीट से इनेलो से आदित्य चाैटाला जीते। कलांवाली विस सीट पर कांग्रेस से शीशपाल केहरवाला ने जीत दर्ज की। रानियां विस सीट पर इस बार भी भाजपा जीत से दूर ही रही। यहां इनेलो नेता अभय चाैटाला के बेटे अर्जुन चाैटाला ने जीत दर्ज की। सोनीपत जिले की जबकि बरोदा विस सीट पर इस बार भी भाजपा के लिए सूखा ही रहा।

फरीदाबाद जिले की पृथला विस सीट पर इस बार भी भाजपा के लिए सूखा ही रहा। यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार रघुवीर तेवतिया ने जीत दर्ज की। मेवात जिले की नूंह विस सीट पर कांग्रेस के आफताब अहमद जीते। यहां इस बार भी भाजपा के लिए सूखा ही रहा। पुन्हाना विस सीट पर कांग्रेस के मोहम्मद इलियास ने जीते दर्ज कर भाजपा को नहीं आने दिया। वहीं फिरोजपुर झिरका विस क्षेत्र में कांग्रेस के मामन खान जीते। नूंंह, पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका तीन ऐसी विस सीट हैं जहां से आज तक भाजपा का कोई भी प्रत्याशी विधायक नहीं बना है।

विनेश ने कांग्रेस और कृष्ण बेदी ने भाजपा को जिताया

जींद जिले की जुलाना विधानसभा क्षेत्र में 15 साल से इनेलो और जजपा के विधायक बन रहे थे। भाजपा का आज तक विधायक नहीं बना। 2004 में यहां से कांग्रेस के आईजी शेर सिंह चुने गए थे। पहली बार चुना मैदान में उतरी विनेश फोगाट ने 20 साल बाद कांग्रेस की झोली में सीट डाल दी। विनेश के मुकाबले पर सभी की नजर थी। वहीं नरवाना विस सीट पर 15 साल से न तो कांग्रेस का विधायक बना और न ही भाजपा का। इस बार भाजपा के कृष्ण बेदी ने बाजी मार ली और कांग्रेस के सतबीर दबलैन को 11499 वोटों से हरा दिया।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *