“हल्द्वानी: ई-रिक्शा चालकों ने चालान के खिलाफ किया प्रदर्शन, सवारियों को टेंपो से जबरन उतारा”
ई-रिक्शों पर चालान की कार्रवाई से नाराज चालकों ने रविवार को रामपुर रोड पर एचएन इंटर कॉलेज के पास प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सवारी ले जाने वाले ई-रिक्शा को रोका और सवारी उतारने को लेकर अभद्रता की।
हाईवे पर दौड़ने वाले ई-रिक्शों पर चालान की कार्रवाई से नाराज चालकों ने रविवार को रामपुर रोड पर एचएन इंटर कॉलेज के पास प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सवारी ले जाने वाले ई-रिक्शा को रोका और सवारी उतारने को लेकर अभद्रता की। इस दौरान उनकी झड़प भी हो गई। कोतवाल के समझाने पर चालकों ने प्रदर्शन खत्म किया।
परिवहन विभाग ने हाईवे पर ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगाई है। पुलिस और परिवहन विभाग ने दो दिन में मुख्य मार्ग पर चल रहे सैकड़ों ई-रिक्शा के चालान किए। रामपुर रोड पर प्रदर्शन कर रहे ई-रिक्शा चालकों का कहना था कि पुलिस ने हमें मुख्य मार्ग पर दोबारा चलने पर वाहन सीज करने की धमकी दी है। चालकों ने हाईवे जाम करने का प्रयास भी किया। जनकल्याण समिति ई-रिक्शा के पदाधिकारियों ने प्रदर्शनकारी चालकों से वार्ता की। मौके पर भाजपा नेता शंकर कोरंगा, थानाध्यक्ष और कोतवाल पहुंचे। कोतवाल राजेश कुमार ने बताया कि सभी चालकों को सोमवार को सीओ सिटी से मिलवाया जाएगा।
आरोप: आटो और ई-रिक्शा में भेदभाव
जनकल्याण समिति ई-रिक्शा ने प्रशासन पर आटो और ई-रिक्शा पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। अध्यक्ष रानी मैसी ने बताया कि ऑटो का परमिट नवीन मंडी से लालकुआं, कुसुमखेड़ा से लामाचौड़ तक है लेकिन ये शहर में धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। इन पर कार्रवाई नहीं होती है।
साहाब! मैं अकेली कमाने वाली हूं, बच्चे भूखे मर जाएंगे
आंदोलन में कुछ महिला ई-रिक्शा चालक भी शामिल रहीं। महिला चालक गीता देवी ने बताया कि पति नहीं है। मैं अकेली कमाने वाली हूं। चार बच्चे हैं। गलियों में हमारा काम बंद हो जाएगा। चालक पूजा ने बताया कि अगर गली में हम रिक्शा चलाएंगे तो बच्चे नहीं पाल पाएंगे। मेरे छोटे-छोटे तीन लड़के हैं। पति ज्यादा कुछ नहीं करते तो बच्चों को मुझे ही पालन पड़ता है। गलियों में सवारी नहीं मिलती हैं।